Sultanpur News: भारतीयता को समझे बिना मैकाले ने उसकी आलोचना की- डॉ कल्पना सिंह

मैकाले के शैक्षिक विचारों का भारतीय शिक्षा पर प्रभाव विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

स्टार एक्सप्रेस /संवाददाता

सुल्तानपुर।  राणा प्रताप पी जी कालेज के बी.एड् द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय था मैकाले के शैक्षिक विचारों का भारतीय शिक्षा पर प्रभाव विद्यार्थियों ने मैकाले के शैक्षिक सिद्धान्तों की विस्तार से व्याख्या करते हुए अपने विचारों को प्रस्तुत किया । इस क्रम में शिवानी ने मैकाले की पश्चिमी श्रेष्ठता की नीति पर प्रकाश डालते हुए भारतीय साहित्य और विज्ञान में आर्यभट्ट और चरक जैसे महान विभूतियों पर अपना दृष्टिकोण रखा।

विशाल ने भारतीय ज्ञान विज्ञान के प्रति मैकाले की अज्ञानता को बताया। प्रभात ने बताया किस प्रकार मैकाले ने पश्चिमी भाषा और साहित्य को उत्कृष्ट बताते हुए अंग्रेजी को सरकार की आधिकारिक भाषा बना दिया, वहीं प्रिया पाण्डेय ने मैकाले को भारतीय शिक्षा का पथ प्रदर्शक बताया। आस्था ने शिक्षा छनाई सिद्धान्त की व्याख्या की ।

इस विषय पर बी.एड् प्रवक्ता डाo कल्पना सिंह ने कहा कि मैकॉले ने भारतीय साहित्य, वेद, पुराण उपनिषदों आदि का मूल्य समझे बिना ही उसकी कटु आलोचना की , उसका उद्देश्य भारत में कम्पनी के लिए सक्षम व वफादर कर्मचारी तैयार करना था न कि शिक्षा का प्रसार ।आज भी हमारी शिक्षा व्यवस्था मैकाले की नीतियों एवं सिद्धान्तों से प्रभावित है ।इस अवसर पर बी.एड् द्वितीय वर्ष के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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