श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा में हो रही अमृत वर्षा

कथा के दूसरे दिन श्रीकृष्णजी की महिमा पर पं. पवन देवजी ने डाला प्रकाश

स्टार एक्सप्रेस

सुलतानपुर. कुड़वार विकास खंड के भण्डरा पूरे कालू पाठक गांव में समाजसेवी गौरव पाठक के निज निवास पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में इन दिनों कथा व्यास धर्म नगरी श्री वृन्दावन धाम से पधारे आचार्य पंडित पवन देव जी महाराज द्वारा व्यासपीठ से बरसाई जा रही।

कथामृत का रसपान करने जहां भण्डरा पूरे कालू पाठक क्षेत्र के सैकड़ों संख्या में लोग पहुंचकर अमृतमयी कथा का रसपान कर रहे हैं वहीं श्री मद्भागवत कथा के मुख्य आयोजक यजमान गौरव पाठक व उनकी मां व पत्नी स्वयं के साथ-साथ अपने पितरों के कल्याण एवं सनातन धर्म का और अधिक विस्तार करने में श्री मद्भागवत ज्ञान यज्ञ कथा श्रवण करने के साथ ही क्षेत्र के उत्थान में लगे हुए हैं।

आपको बताते चलें कि गौरव पाठक जी के चाचा करुणा शंकर पाठक, उनके बड़े भाई राजेंद्र पाठक, संजय पाठक, इन्द्र सेन दूबे व अन्य सभी परिजनों व शुभचिंतकों के व्यवस्थाओं के साथ-साथ कथा पंडाल को आकर्षण स्वरूप प्रदान करते हुए आने वाले प्रत्येक श्रोताओं का आवभगत में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी जा रही है।

बीते 24 मार्च से शुरू हुई श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ कथा के अवसर पर सर्व प्रथम व्यास गद्दी का विधिवत मंत्रोच्चार करते हुए पूजन किया गया। इसके बाद कथा की अमृत वर्षा करते हुए विश्व विख्यात कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के शिष्य पवन देव महाराज ने कहा कि कथा सुनने का पुण्य भाग्य वालों को ही प्राप्त होता है। यह भी सत्य है कि श्रीमद् भागवत कथा में ध्यान लगाने मात्र से ही कई जन्मों के पापों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है।

उन्होंने कहा कि इस पूरे विश्व में भारत वर्ष की धरती से बड़ा अन्य कोई तीर्थ नहीं हैं जहां समय-समय पर प्रभु ने पूरी मानवता का मार्गदर्शन करने के लिए अनेकों लीलाएं रची। श्री कृष्ण महिमा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि हम इस पवित्र धरती का कर्ज को नहीं चुका सकते लेकिन श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से हम धरती माता को अपनी श्रद्धा जरूर अर्पित कर सकते हैं।

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