संसद सत्र से पहले NCP प्रमुख शरद पवार ने की PM मोदी से मुलाकात, लगभग एक घंटे तक गुपचुप हुई बात

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल  : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। पीएमओ ने दोनों नेताओं की मुलाकात की एक तस्वीर भी शेयर की। दोनों नेताओं के बीच तकरीबन एक घंटे तक हुई। इस मुलाकात में क्या बात हुई इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई, लेकिन उन्होंने ताजा राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की।

 

 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को शरद पवार और ए के एंटनी से मुलाकात की थी। इस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद थे। यह मुलाकातें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है। सिंह लोकसभा में सदन के उपनेता भी हैं।

 

 

 

 

 

सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक बुलाई है। 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। यह बैठक उपराष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर आयोजित होगी। विभिन्न दलों के कई नेता और केंद्रीय मंत्री इस बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक में वेंकैया नायडू सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलाने में मदद की अपील कर सकते हैं।

 

 

 

 

 

इस बार राज्यसभा में सदन के नये नेता पीयूष गोयल हैं। उन्होंने थावरचंद गहलोत का स्थान लिया है। थावरचंद गहलोत को पिछले दिनों कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। पीयूष गोयल ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा से मुलाकात की थी।

 

 

 

 

केंद्र सरकार ने मानसून सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की सर्वदलीय बैठकें सत्र आरंभ होने से पहले बुलाई जाती हैं।

 

 

 

 

 

संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी, कोविड-19 से कथित तौर पर सही से नहीं निपट पानेए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन और वैक्सीनेशन को लेकर विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार को घेरने की संभावना है।

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