IGNOU ने लॉन्च किया ड्राइंग और पेंटिंग में MA कोर्स, जानें यह कोर्स कब से होगा शुरू

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल  : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) के स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स (SOPVA) ने मास्टर ऑफ आर्ट्स इन ड्रॉइंग एंड पेंटिंग या एमएडीपी कार्यक्रम शुरू किया है। यह कोर्स जुलाई 2021 सत्र से शुरू होगा!  IGNOUने कहाए कार्यक्रम का उद्देश्य उन समझदार छात्रों को शिक्षा प्रदान करना है जिनके पास पारंपरिक प्रणालियों के माध्यम से ललित कला का अध्ययन करने की पहुंच नहीं है।

 

 

 

 

 

 

कार्यक्रम को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए श्गंभीर ललित कला छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया हैए और इसमें कला के तत्वों और सिद्धांतोंए कला इतिहास, कला शिक्षा, सौंदर्यशास्त्र सिद्धांतों और अनुसंधान विधियों जैसे मुख्य घटकों को शामिल किया गया है विश्वविद्यालय के अनुसार, नियोजित, स्व-नियोजित, फ्रीलांसर, डिजाइनरए चित्रकार, कपड़ा पेशेवर, आंतरिक सज्जाकार, स्कूल और कॉलेज के शिक्षक, इच्छुक पेशेवर आदि कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं।

 

 

 

 

 

ड्राइंग और पेंटिंगए ललित कलाए दृश्य कलाए या एनीमेशन, डिजाइन, फैशन, प्रौद्योगिकी, कपड़ा या किसी संबद्ध विषय में स्नातक की डिग्री वाले छात्र इस कार्यक्रम के लिए आवेदन कर सकते हैं!  विश्वविद्यालय ने कहा कि शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी होगा। छात्रों को हिंदी में अपने असाइनमेंट और परीक्षा को पूरा करने की अनुमति होगी। कार्यक्रम की अवधि दो वर्ष है। कार्यक्रम की कुल फीस 16,500 रुपये हैए जिसका भुगतान दो किस्तों में 8,250 रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से किया जाना है। इग्नू की ऑफिशियल वेबसाइट ignouadmission.samarth.edu.in पर कोर्स की डिटेल्स देख सकते हैं।

 

 

 

 

 

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) ने उर्दू में पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स शुरू किया है। इग्नू के स्कूल ऑफ ह्यूमिनिटीज ने डिस्टेंस लर्निंग के तहत यह कोर्स शुरू किया है!  इस कोर्स के माध्यम से अलग.अलग देशों में बोली जाने वाली भाषाओं को समझने में मदद मिलेगा। इग्नू की ओर से नोटिस जारी कर इस बात की जनकारी दी गई है। जारी नोटिस में कहा गया है कि यह कोर्स शिक्षार्थियों को उर्दू भाषा और साहित्य की एक विस्तृत श्रृंखला से परिचित कराता है। इस कोर्स  (IGNOU Urdu Course) से छात्रों को उर्दू साहित्यए अरबी साहित्यए फारसी साहित्यए अंग्रेजी साहिक्य और हिंदी साहित्य की अच्छी समझ विकसित करने में मदद मिलेगा।

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