शिक्षण संस्थानों में नए सत्र के नामांकन की तैयारी शुरू

 स्टार एक्सप्रेस डिजिटल : कोरोना संक्रमण काल में लंबे समय तक विद्यालय बंद रहे। लेकिन, अब विद्यालय खुल गए हैं और छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। विद्यालयों में नए सत्र के लिए नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है। इसको लेकर विद्यालय प्रबंधन तैयारी कर रहा है। कोरोना काल के दौरान नियमित पढ़ाई नहीं होने से छात्रों का कोर्स पूरा नहीं हो पा रहा था। लेकिन, अब जब नियमित पढ़ाई शुरू हो गई है, तो छात्रों के कोर्स को पूरा कराने की जिम्मेदारी शिक्षकों की है।

शिक्षक अरविंद कुमार, सत्यप्रकाश तिवारी, मनोहर गोंड, विनीता कुमारी आदि ने बताया कोरोना काल के दौरान ज्यादा समय तक शिक्षण संस्थान बंद रहे हैं। इस वजह से छात्रों की पढ़ाई बहुत अधिक बाधित हुई है। हालांकि कोई विकल्प नहीं होने की वजह से ऑनलाइन पढ़ाई को आधार बनाया गया था। लेकिन, स्कूलों में नियमित पढ़ाई के दौरान जिस चीज को छात्रों को सीखने का अवसर प्राप्त होता है, वह ऑनलाइन में नहीं हो पाता है।

अब नियमित पढ़ाई शुरू होने की संभावना बन रही है। ऐसे में अगले सत्र में छात्रों को बहुत जिम्मेदारी के साथ पढ़ाई करनी होगी। शिक्षकों को भी पढ़ाई के प्रति पूरी तरह से जवाबदेह होना होगा। 2 साल में अधिक समय तक स्कूल बंद होने की वजह से कई तरह के बदलाव देखने को मिल रहे हैं।

नए सत्र को लेकर सरकारी और निजी विद्यालयों में नामांकन का दौर अब शुरू हो गया है। निजी विद्यालय के प्रबंधकों ने बड़े-बड़े पोस्टर-होर्डिंग्स व बैनर लगाकर छात्रों को नामांकन के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। कई विद्यालयों द्वारा नामांकन के लिए आवेदन लेकर प्रवेश परीक्षा के आयोजन कराने की बात कही जा रही है। इधर, सरकारी विद्यालयों में भी नामांकन की प्रक्रिया शुरू कराने की तैयारी चल रही है।

प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापकों का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र व अन्य जगहों पर पढ़ने वाले ज्यादातर छात्रों का नामांकन पहली कक्षा में लिया जाएगा। अन्य कक्षा में भी छात्रों का नामांकन कराया जाना है। मध्य विद्यालय के शिक्षक अरुण कुमार व पूनम कुमारी ने बताया कि विद्यालय में नामांकन के लिए आने वाले छात्रों का प्रवेश लिया जा रहा है। प्रवेश के बाद उन्हें नियमित स्कूल आने की बात बताई जा रही है।

कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने के बाद फरवरी माह में जिले के सभी विद्यालयों को खोल दिया गया और छात्रों की पढ़ाई नियमित कर दी गई। परीक्षाएं भी आयोजित होने लगी हैं। विद्यालय खुले हुए हैं। नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। ऐसे में शिक्षक विकास कुमार, आनंद कुमार सिंह, ज्ञान प्रकाश सिंह आदि ने बताया कि 2 साल में शिक्षक चाहकर भी छात्रों के कोर्स को पूरा नहीं कर सके।

कोरोना संक्रमण काल की वजह से ज्यादा समय तक विद्यालय बंद थे। कुछ समय के लिए अगर विद्यालय खुलते भी थे तो दूसरे कार्य होते थे। हालांकि कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद लगभग एक माह से विद्यालय खुले हैं और नियमित रूप से पढ़ाई हो रही है। ऐसे में अगर कोरोना का प्रभाव इस तरह घटता रहा और शिक्षण कार्य को सरकार और विभाग की ओर से बंद नहीं कराया गया तो नए सत्र में छात्रों की पढ़ाई बेहतर होगी और कोर्स को पूरा कराया जाएगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button