शरीर की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता हैं हैंगिंग वर्कआउट,जाने इसके अन्य फायदे…

 जब आप हैंगिंग वर्कआउट करते हैं तो शरीर की हर मांसपेशी स्ट्रेच होती है. इससे शरीर के हर हिस्से तक रक्तसंचार और ऑक्सीजन का ठीक प्रवाह होता है. इस वर्कआउट काे तेज गति में करने से बचना चाहिए.जानिए कितनी तरह से हैंगिंग वर्कआउट किया जा सकता है-

    1. इसे करने के लिए बार को कंधों के बराबर चौड़ाई से पकड़ें  अपने घुटनों को मोड़कर धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठाएं. इस दौरान अपनी कमर को स्थिर रखें. इस अभ्यास के 10 रैप के 3 सेट करें.
    2. इसके लिए पुल अप बार की आवश्यकता पड़ती है. पहले चौड़े स्टूल पर खड़े हो जाएं  पुल अप बार पकड़ लें. अब शरीर का बैलेंस बनाते हुए धीरे-धीरे घुटनों को ऊपर उठाएं.घुटनों को सीधा करते हुए पैर फैलाएं  जितनी देर हो सके इस अवस्था में रहें. फिर पैर नीचे ले आएं. इस एक्सरसाइज़ को कम से कम 15 से 20 बार करें. इसे तीन के सेट में रोज करना प्रारम्भ करें.
    3. इसे करने के लिए हैंगिंग बार को कंधों के बराबर चौड़ाई से पकड़ें. अपने दोनों पैरों को एकसाथ उठाकर कमर के सामने की तरफ ले जाएं. अब पैरों को बिल्कुल ढीला छोड़ दें नीचे आने दें. फिर पैरों को रोके बिना दोबारा ऊपर लेकर आएं. इस अभ्यास के 10 रैप के 3 सेट करें.
    4. यह वर्कआउट कलाई  हाथों की मांसपेशियों को मजबूती देता है. बाइसेप्स की मांसपेशियों के लिए भी लाभकारी है. लंबाई बढ़ाने में बहुत ज्यादा मदद करता है. पॉश्चर सुधारने में भी इफेक्टिव है. मूड स्विंग की समस्या दूर करने में सहायक है.
    5. एक्सरसाइज के दौरान घुटनों पर ज्यादा जोर डालने से बचें अन्यथा घुटनों में दर्द होने कि सम्भावना है या लिगामेंट्स खिंच सकते हैं. पेट  बैक की मसल्स टाइट रखें. नहीं तो लाेअर बैक में दर्द होने कि सम्भावना है या मांसपेशियों में खिंचाव होने कि सम्भावना है. ग्लव्स का प्रयोग जरूर करें. इससे हाथों की ग्रिप ठीक रहती है  चोट का भय भी नहीं रहता है.

 

 

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