वनडे में भारत की सबसे बड़ी हार

तेज गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और कॉलिन डि ग्रैंडहोम की तूफानी गेंदबाजी से टीम इंडिया पस्त हो गई. न्यूजीलैंड ने चौथे वनडे मैच में गुरुवार को हेमिल्टन में भारत को आठ विकेट से करारी शिकस्त देकर पांच मैचों की सीरीज में पहली जीत दर्ज की और घर में अपनी प्रतिष्ठा बचा ली. इस हार के बावजूद भारत ने सीरीज में 3-1 की बढ़त बना रखी है. सीरीज का पांचवां और अंतिम मैच तीन फरवरी को वेलिंगटन में खेला जाएगा.

न्यूजीलैंड ने 212 गेंदें शेष रहते जीत दर्ज की, जो गेंद शेष रहने के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी हार है. इससे पहले अगस्त 2010 में दांबुला में भारत को श्रीलंका ने 209 गेंदें शेष रहते हराया था. गेंदें शेष रहने के लिहाज से न्यूजीलैंड ने अपनी पांचवीं सबसे बड़ी जीत की बराबरी की.

वनडे में सबसे ज्यादा गेंदें बाकी रहते भारत की हार

1. 212 गेंदें शेष, विरुद्ध न्यूजीलैंड, टारगेट 93- 14.4 ओवरों में 8 विकेट खोकर हासिल (हेमिल्टन, 2019)

2. 209 गेंदें शेष, विरुद्ध श्रीलंका, टारगेट 104- 15.1 ओवरों में 8 विकेट खोकर हासिल (दांबुला, 2010)

मैन ऑफ द मैच बोल्ट ने लगातार 10 ओवर गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर पांच, जबकि ग्रैंडहोम ने 26 रन देकर तीन विकेट चटकाए और भारतीय टीम 30.5 ओवरों में 92 रनों पर ढेर हो गई जो टीम इंडिया का सातवां सबसे कम स्कोर है. टॉड एस्टल (नौ रन पर एक विकेट) और जेम्स नीशाम (पांच रन पर एक विकेट) ने एक-एक विकेट चटकाया.

इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 14.4 ओवर में दो विकेट पर 93 रन बनाकर बेहद आसान जीत दर्ज की. सलामी बल्लेबाज हेनरी निकोल्स (नाबाद 30) और रॉस टेलर (नाबाद 37) ने तीसरे विकेट के लिए 54 रनों की अटूट साझेदारी की. टेलर ने 25 गेंदों की अपनी पारी में दो चौके और तीन छक्के मारे.

भारत का कोई बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को नहीं छू पाया. दसवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे युजवेंद्र चहल ने सर्वाधिक नाबाद 18 रन बनाए. उनके अलावा हार्दिक पंड्या (16), कुलदीप यादव (15) और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (13) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए. पदार्पण कर रहे युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने नौ रन बनाए.

वनडे में भारत का न्यूनतम स्कोर 54 रन है, जो उसने शारजाह में 2000 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था. यह न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का दूसरा सबसे कम स्कोर है. इससे पहले भारतीय टीम ने दांबुला में न्यूजीलैंड के खिलाफ 88 रन बनाए थे.

Related Articles

Back to top button