भारत में पहली बार 5जी का ट्रायल करेगा Jio, दूरसंचार विभाग से स्पेक्ट्रम के लिए किया अनुरोध
रिलायंस जियो ने 5जी टेक्नोलॉजी के ट्रायल के लिए सरकार से कुछ खास फ्रीक्वेंसी के स्पेक्ट्रम की मांग की है। कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली अमेरिका की सहयोगी कंपनी रेडिसिस ने पहले ही विदेशी कंपनियों को 5जी सॉल्यूशंस बेचना शुरू कर दिया है।
रिलायंस जियो ने दिल्ली और मुंबई में 5जी के ट्रायल के लिए दूरसंचार विभाग से 17 जुलाई को स्पेक्ट्रम के लिए अनुरोध किया था.कंपनी के पूर्ण स्वामित्व वाली अमेरिका की सहयोगी कंपनी रेडिसिस ने पहले ही विदेशी कंपनियों को 5G सॉल्यूशंस बेचना शुरू कर दिया है.
कंपनी ने 26 गीगाहर्ट्ज और 24 गीगाहर्ट्ज बैंड में 800 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी और 3.5 गीगाहर्ट्ज बैंड में 100 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की मांग की है. हाल में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की एजीएम में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि जियो ने पूरी तरह स्वदेशी 5जी सॉल्यूशन विकसित किया है. इससे कंपनी देश में विश्वस्तरीय 5जी सर्विस शुरू करेगी.
उन्होंने कहा था, ‘इससे हम भारत में वर्ल्ड क्लास 5G सर्विस शुरू कर पाएंगे. यह मेड इन इंडिया 5G समाधान ट्रायल के लिए तैयार होगा और इसे अगले साल फील्ड में उतारा जा सकेगा.जैसे ही 5जी स्पेक्ट्रम उपलब्ध होगा, कंपनी का 5जी सॉल्यूशन का ट्रायल के लिए तैयार होगा।”