ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए वैरिएंट से लड़ने में सक्षम होगी फाइजर की वैक्सीन, परीक्षण में हुआ बड़ा खुलासा
दवा निर्माता कंपनी फाइजर की भारतीय इकाई ने उसके द्वारा विकसित कोविड-19 टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष आवेदन किया है। फाइजर ने उसके कोविड-19 टीके को ब्रिटेन और बहरीन में ऐसी ही मंजूरी मिलने के बाद यह अनुरोध किया है।
नतीजे से पता चला कि नई किस्मों से वैक्सीन की वायरस को नकारा बनाने की क्षमता में कोई गिरावट नहीं हुई. ये दोनों नई किस्में पूर्व के मुकाबले ज्यादा संक्रामक लगते हैं, जिसके नतीजे में दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटेन में नए मामलों की संख्या हाल के दिनों में तेजी से बढ़ी है.
ब्रिटेन में कोविड-19 के 62 हजार 322 और दक्षिण अफ्रीका में 21 हजार से ज्यादा मामले दर्द किए गए. हालांकि, अभी ऐसे सबूत नहीं मिले हैं जिनसे साबित हो कि नई किस्म के नतीजे में बीमारी की गंभीरता बढ़ जाती है. लेकिन उनके ज्यादा संक्रामक होने से चिंता जरूर बढ़ी है.
ब्रिटेन के बाद बहरीन शुक्रवार को दुनिया का दूसरा देश बन गया है जिसने दवा निर्माता कंपनी फाइजर और उसके जर्मन सहयोगी बायोएनटेक द्वारा विकसित कोविड-19 टीके के आपात इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी दी है। दवा कंपनी पहले ही अमेरिका में ऐसी ही मंजूरी के लिए आवेदन कर चुकी है।