पंचायत चुनाव सरकार प्रायोजित नरसंहार साबित होंगे: सुधांशु बाजपेई
यदि कोरोना विस्फोट होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और चुनाव आयोग की होगी : सुधांशु बाजपेई कांग्रेस प्रवक्ता
गांवों में कोरोना संक्रमण की कोई जांच नहीं, सरकार को कोई चिंता नहीं : सुधांशु बाजपेई
लखनऊ. जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश में कोरोना अपना कहर बरपा रहा है वहीं दूसरी तरफ आज चौथे और अंतिम चरण के पंचायत चुनाव के लिए मतदान जारी है। इसी बीच कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुधांशु बाजपेई ने योगी सरकार और निर्वाचन आयोग कटघरे में खड़ा कर दिया।
सुधांशु ने फेसबुक पर एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में उन्होंने कहा कि- कोरोना महामारी के बीच कराया जा रहा यह पंचायत चुनाव, सरकार प्रायोजित नरसंहार साबित हो रहा है। पिछले दिनों हुए चुनावों की वजह से कोरोना विस्फोट हुआ है। साथ ही वीडियो में वे पंचायत चुनाव की वजह से कई मतदान कर्मियों के शहीद होने का भी दावा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि- सरकार को गांवों के लिए कोई चिंता नहीं है क्योंकि गांवों में कोई जांच नहीं हो रही तो कोई कोरोना नहीं है। यदि गांव-गांव से रिपोर्ट ली जाए तो कोरोना से लगातार मौतें हो रही हैं। लेकिन उनकी कोई गिनती नहीं हो रही है और गिनती नहीं तो सरकार को चिंता नहीं। लेकिन सरकार को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।
जिलों में कोविड महामारी से निपटने के लिए अस्पतालों में न तो पर्याप्त बेड हैं, ना ही दवाइयां हैं और ना ही ऑक्सीजन है। इन सबके बावजूद सरकार पंचायत चुनाव कराने की अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार को जनता की जान से ज्यादा वोट की परवाह है।
उन्होंने कहा कि- यदि कोरोना विस्फोट होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और चुनाव आयोग की होगी।