जानिए कितने बस अड्डे लखनऊ व कानपुर समेत पीपीपी मॉडल पर बनेंगे


स्टार एक्सप्रेस डिजिटल  : एक बार फिर लखनऊ व कानपुर समेत प्रदेश के 17 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इस बार टेंडर की शर्तो को सरल करके टेंडर जारी किए गए हैं। ताकि अधिक से अधिक निवेशक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत हिस्सा ले सके। चिन्हित बस अड्डों पर यात्री सुविधाएं सहित शॉपिंग मॉल बनाए जाएंगे। छह सितंबर टेंडर में हिस्सा लेने की अंतिम तारीख होगी।

 

 

 

 

लखनऊ के आलमबाग बस अड्डे के तर्ज पर प्रदेश के बाकी 17 बस अड्डे हाईटेक बनेंगे। इसके लिए परिवहन निगम की ओर से तीसरी बार टेंडर सोमवार को जारी किए गए। अभी तक टेंडर की शर्ते सख्त होने से निवेशक टेंडर प्रक्रिया से दूरी बनाए हुए थे। ऐसे में शासन के दिशा निर्देश पर टेंडर की शर्तो को सरल किया गया है। ताकि निवेशक पीपीपी मॉडल के तहत बस अड्डे के निर्माण में बढ़चढ़कर हिस्सा ले सके।

 

 

 

 

 

लखनऊ के तीन बस अड्डों में चारबाग बस स्टेशन, गोमतीनगर विभूति खंड, अमौसी बसों की कार्यशाला के अलावा कानपुर का झकरकटी, कौशांबी, वाराणसी कैंट, प्रयागराज सिविल लाइन व जीरो रोड, मेरठ सोहराबगेट, आगरा ईदगाह, आगरा फोर्ड, आगरा ट्रांसपोर्टनगर, अलीगढ़ रूहेलखंड, मथुरा, गाजियाबाद, गोरखपुर व साहिबाबाद बस अड्डे शामिल हैं।

 

 

 

 

टेंडर की शर्तो में तीन तरह के मुख्य बदलाव किए गए
-पहले-टेंडर लेने वाली कंपनी को डेढ़ साल में बस अड्डा बनाकर देना था, अब दो साल में बनाकर देना होगा।
-पहले-बस अड्डे को 30 साल के लिए लीज पर दिए जाना था। अब 60 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा।
-पहले-बस अड्डे पर शॉपिंग मॉल पांच साल में बनाना था। अब शॉपिंग मॉल सात साल में बनाकर देना होगा।

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