कोरोना की दूसरी लहर के बीच अब सरकार ने तीसरी कोरोना वैक्सीन को दिखाई हरी झंडी

देश में कोरोना महामारी के बढ़ते ग्राफ ने एकबार फिर लोगों को डराना शुरू कर दिया है। विभिन्‍न राज्‍यों के महानगरों और नगरों में नाइट कर्फ्यू एवं लॉकडाउन के चलते मजदूरों में दहशत का माहौल बन रहा है। वे अपने घरों की ओर पलायन करने लगे हैं।

पिछले वर्ष लगाए गए लॉकडाउन के बाद भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था पांच-सात साल पीछे चली गई थी। उसका खामियाजा देश आजतक भुगत रहा है। आज हमारी स्थिति तब ज्‍यादा खराब हो रही, जबकि हमारे पास लड़ने का अनुभव और वैक्‍सीन दोनों हैं।

संक्रमण की एक घातक दूसरी लहर के बीच भारत में तीसरे कोरोना वायरस वैक्सीन को भारत सरकार ने मंजूरी दे दी है. रूस के स्पुतनिक वी को सुरक्षित माना जा रहा है और ये एक तरह से ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के समान काम करता है जो भारत में कोविशिल्ड के रूप में बनाया जा रहा है. स्पुतनिक वी कोविड 19 के खिलाफ लगभग 92 फीसदी सुरक्षा प्रदान करता है.

कोविशील्ड वैक्सीन : भारत सरकार ने ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी, वहीं लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है. ये 45 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को लगाई जा रही है और ये 70.4 फीसदी काम करती है.

कोवैक्सीन: ये वैक्सीन कोरोना के घातक प्रकोप से बचाने के लिए काफी कारगर साबित हो रही है. इस वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है. इस अभी 45 साल से ऊपर के लोगों को लगाने की मंजूरी मिली है वहीं ये हमारे शरीर में 80.6 फीसदी काम करती है.

स्पुतनिक वी: रूस की वैक्सीन स्पुतनिक वी को अब भारत में मंजूरी दे दी गई है. कोवैक्सीन और कोविशील्ड के बाद ये तीसरी वैक्सीन है, भारत दुनिया का 60वां देश है जिसने स्पुतनिक वी को मंजूरी दी है. ये वैक्सीन हमारे शरीर में 91.5 फीसदी तक इम्यूनिटी को बढ़ा सकती है. इसकी भी दोनों डोज लेना जरूरी है.

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