एयरपोर्ट के टॉयलेट में बेटे को छोड़कर आई थी माँ, 33 वर्ष बाद परिवार से ऐसे हुई मुलाकात
स्टीव हाइड्स की कहानी वाकई दंग करने वाली है. 1986 में जन्मे स्टीव को उनकी मां एयरपोर्ट के टॉयलेट में छोड़कर चली गई थीं. तब वह केवल 10 दिन के थे. होश संभालने के बाद मन में ख्याल आया कि अपने माता-पिता का पता तो लगाना ही चाहिए. उसके बाद प्रारम्भ हुई 15 वर्ष की लड़ाई व आखिरकार स्टीव ने डीएनए सैंपल के जरिए अपने माता-पिता का पता लगा ही लिया.
मां दिवंगत, पिता अभी जीवित
स्टीव की मां कुछ अर्सा पहले दिवंगत हो गई थीं. पिता अभी जीवित हैं. उसे अपने भाई-बहनों से मिलने की बेहद खुशी है. उन्हें पता ही नहीं था कि उनका कोई भाई भी है, जो उनसे कभी बिछड़ गया था. हालांकि, उसे इस बात का दुख है कि अब वह कभी पता नहीं कर सकता कि मां ने उसे टॉयलेट में क्यों छोड़ा था.
स्टीव का बोलना है कि वह अपने दोनों बच्चों को अब बता सकेगा कि उनके दादा-दादी कौन हैं. उसके मन में हमेशा से इस बात का मलाल था कि वह अपने माता-पिता के बारे में कुछ नहीं जानता. उसे कभी इस बात पर गुस्सा नहीं आया कि माता-पिता ने उसे खुद से क्यों अलग किया.
परिवार का पता लगाना सरल नहीं था
स्टीव का बोलना है कि जब उसने माता-पिता का पता लगाने की प्रयास प्रारम्भ की तो उस वक्त बेहद निराशा हुई जब पता लगा कि पुलिस थाने में उससे जुड़ा सारा रिकार्ड नष्ट हो चुका है. उसकी प्रयास उस महिला तक पहुंचने की थी, जिसने पुलिस से फोन पर सम्पर्क करके बोला था कि टायलेट में मिला बच्चा उसका है. हॉनस्लो में रहने वाली महिला ने पुलिस से बोला था कि बच्चे का नाम माइकल है.
फेसबुक पोस्ट के जरिए खुशी जताई
स्टीव ने अपने माता-पिता के मिलने पर फेसबुक पोस्ट के जरिए खुशी जताई. इसके बाद उनकी कहानी राष्ट्रीय अखबार की सुर्खियों में शामिल हुई.