आखिर क्यों लड़की के ब्रेस्ट को ‘ज्यादा जोर’ से दबाने पर देना पड़ा ये जुर्माना

मामला जर्सी आइसलैंड का है जहां 37 साल के एक मेडिकल ग्रेजुएट को सेक्स के दौरान लड़की के ब्रेस्ट को ‘ज्यादा जोर’ से दबाने की वजह से यौन शोषण का दोषी पाया है। और 2000 पौंड का जुर्माना लगा। हालांकि सेक्स दोनों सहमति से कर रहे थे लेकिन इसके बावजूद कोर्ट ने माना कि ब्रेस्ट दबाना हिंसा है। 37 साल का फ्लिप, क्यूरे टिंडर के जरिए लड़की से मिला था, जिसके बाद दोनों के बीच सेक्स होने लगा। कोर्ट ने पाया फ्लिप ने लगातार लड़की की मर्जी के खिलाफ जाकर उसके ब्रेस्ट को जोर से दबाया और सेक्स के दौरान लड़की के बाल भी खींचे। ‘सेक्स के दौरान उसने मुझे बुरी तरह रुला दिया’ पीड़ित लड़की ने अपनी शिकायत में बताया था ‘सेक्स के दौरान फ्लिप ने हिंसा की। उसने मेरे ब्रेस्ट को बेहद क्रूर तरीके से दबाया।

Image result for सेक्स
ये इतना बुरा था कि मैं दर्द से तड़प उठी और रोने लगी। ऐसे में मैंने उससे कहा कि वो सेक्स के दौरान मेरे ब्रेस्ट को हाथ नहीं लगाएगा।’ फ्लिप ने लगातार की ये हरकत लड़की ने बताया कि उसके फ्लिप को ये कहने के बावजूद भी कि वो सेक्स के दौरान उसके बाल नहीं पकड़ेगा और ब्रेस्ट नहीं दबाएगा, उसने लगातार जबरदस्ती की और इसे दोहराया जबकि वो लगातार बताती रही कि ये उसके लिए असहनीय दर्द देने वाला है।
इसके बाद लड़की ने इसकी शिकायत की तो मामला कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने सुनाई है ये सजा इस मामले में जर्सी के मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उसे दोषी पाया था जिसके खिलाफ उसने अपील की थी लेकिन कोर्ट ने पाया कि फ्लिप ने गलत किया है। कोर्ट ने पाया कि ये एक शोषण है। कोर्ट ने माना कि लड़की की मर्जी के बिना वो ऐसा नहीं कर सकता भले ही ये सेक्स के दौरान हो। कोर्ट ने उसे पांच साल के लिए सेक्स ऑफेंडर के तौर पर रजिस्टर करने की बात कही है। साथ ही उस पर 2000 पाउंड (करीब 1 लाख 72 हजार रुपए) का फाइन भी लगाया है। वो पांच साल तक पीड़ित लड़की से संपर्क भी नहीं कर सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button