रोजगार की तलाश में यूपी से हजारों लोगों का हुआ पलायन

रोजगार की तलाश में उत्तर प्रदेश कैराना से हजारों लोगों का पलायन हुआ है। इनमें से ज्यादातर लोग मल्लाह समुदाय से जुड़े हैं जो पारंपरिक तौर पर खेती का काम करते हैं। मल्लाह समुदाय के लोग यमुना किनारे खेती करने के लिए चर्चित हैं खासकर ये लोग तरबूज और खरबूज की खेती करते हैं। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक जब नदी में पानी कम हो जाता है तो ये लोग रोजगार की तलाश में गांव से बाहर चले जाते हैं और शादी या पारिवारिक समारोह में ही वापस आते हैं।

कैराना के रमाना के रहने वाले मुस्तगी मल्लाह ने एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘मल्लाह समुदाय यमुना नदी पर आश्रित है। लेकिन पिछले कुछ समय से नदी सूख रही है। यहां बेरोजगारी बहुत ज्यादा है। ये लोग दिसंबर में चले जाते हैं और जुलाई में तरबूज की फसल के बारे में विचार करते हैं। 8 महीने के लिए लोग गांव से पलायन करते हैं और ऐसे लोगों की संख्या 20 हजार है।’

कैराना लोकसभा क्षेत्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। यह क्षेत्र बीते समय में उस समय चर्चा में आ गया था जब यहां सांसद हुकुम ने हिंदू परिवारों की एक लिस्ट जारी की थी और दावा किया गया था कि कानून-व्यवस्था खराब होने की वजह से कैराना से बड़ी संख्या में लोगों का पलायन हुआ है। यहां सांंप्रदायिकता से जुड़े दावे भी किए गए थे।

गांव के एक अन्य निवासी शमशेर खान ने कहा, ‘यह लोग बेरोजगार हैं और काम की तलाश में बाहर जाते हैं। रोजगार यहां सबसे बड़ा मुद्दा है। हिंदू और मुस्लिम यहां शांति के साथ रहते हैं और इलाका दोनों संप्रदायों के बीच भाईचारे का एक उदाहरण है।’

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