बूथ योजना पर सात घंटे की समीक्षा करेंगे, अमित शाह – मोदी

2019 में सत्ता के फाइनल मुकाबले से पहले सेमीफाइनल में मिली करारी पराजय से लगे झटके को भूलकर बीजेपी ने मिशन 2019 के लिए सारी ताकत झोंकने का मन बना लिया है. इस क्रम में पीएम नरेंद्र मोदी  पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी पदाधिकारियों, राज्य प्रभारियों  संगठन मंत्रियों के साथ राष्ट्रव्यापी बूथ योजना पर सात घंटे की समीक्षा करेंगे. हर बूथ में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तीन महीने पूर्व पार्टी की दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में राष्ट्रव्यापी बूथ योजना तैयार की गई थी. इसके अतिरिक्तइसी मीटिंग में मंगलवार को आए पांच राज्यों के नतीजे पर भी चर्चा होगी.

भाजपा शासित राजस्थान, मध्यप्रदेश  छत्तीसगढ़ में करीब 13 लाख मतदाताओं ने नोटा को विकल्प के रूप में आजमाया. इनमें से ज्यादातर बीजेपी समर्थक मतदाता थे. पार्टी सूत्रों का कहना है कि अगर नोटा का प्रयोग कम होता तो निश्चित रूप से न सिर्फ मध्यप्रदेश की गवर्नमेंट बचती, बल्कि राजस्थान  छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश की की तरह ही कांटे का मुकाबला होता.

गुरूवार को होने वाली मीटिंग में पीएम मोदी के भी शामिल रहने की पूरी उम्मीद है. सूत्रों की माने तो नतीजे से लगे झटके के तत्काल बाद मैराथन मीटिंग बुला कर मोदी-शाह पार्टी का आत्मविश्वास बनाए रखने के अतिरिक्त अभी से लोकसभा चुनाव की ठोस तैयारी प्रारम्भ कर देना चाहते हैं. मीटिंग में नेतृत्व देखेगा कि कार्यकारिणी में तैयार बूथ योजना की कहां तक प्रगति हुई.

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