राजौरी के ‘केसरी हिल्स’ की गुफाएं क्यों बनीं आतंकियों की शरणस्थल? 

राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल का इलाका काफी खतरनाक है, हालांकि घने पहाड़ों पर बनीं प्राकृतिक गुफाओं और रास्तों का फायदा उठाकर आतंकी खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

दिल्ली: राजौरी की घटना पर पूरा देश दुखी है इस बीच सुरक्षाबलों ने बारामूला में आतंकियों को घेर कर एक आतंकी को मार गिराया है. यहां कुछ और आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल का इलाका काफी खतरनाक है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को खत्म करने के लिए सेना ऑपरेशन ऑल आउट चला रही है। हालांकि घने पहाड़ों पर बनीं प्राकृतिक गुफाओं और रास्तों का फायदा उठाकर आतंकी खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका और ISI जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को परोसने के लिए नई-नई चाल चल रहे हैं। खुफिया सूत्रों ने आजतक को जानकारी मिली कि पाकिस्तान राजौरी और पुंछ से सबसे ज्यादा आतंकी घुसपैठ और आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसके पीछे वजह है यहां के खतरनाक जंगल।  जी हां, जी हां, राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल का इलाका काफी खतरनाक है। अगर भौगोलिक तौर पर देखा जाए तो इस इलाके में कटीली झाड़ियां और बड़े-बड़े पत्थरों  के बोल्डर मिल जाते हैं, जो आतंकियों के लिए ढाल का काम करते हैं। इसके साथ ही इस इलाके में 12 से अधिक प्राकृतिक गुफाएं भी हैं, जिनमें आतंकी बड़ी घटना को अंजाम देकर या फिर घुसपैठ करके छुप जाते हैं। यही गुफाएं इन दिनों सुरक्षाबलों के लिए एक टेढ़ी खीर बनी हुई हैं।

केसरी हिल्स के इलाके में 3 बड़ी आतंकी वारदात

सुरक्षाबलों के सूत्रों की मानें तो केसरी हिल के इलाके में पिछले कुछ महीनों में 3 आतंकी बड़ी वारदात हो चुकी हैं। इस साल की शुरुआत में राजौरी के डोंगरी में हमला करने के बाद आतंकवादियों ने आम नागरिकों की हत्या कर दी थी।

इसी केसरी हिल के इलाके में पिछले महीने पुंछ में सैन्य वाहन पर स्टिकी बम से हमला कर दिया था। इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे। हाल ही में सुरक्षाबलो ने ऑपरेशन त्रिनेत्र लांच किया था।

अब इसी केसरी हिल के इलाके का फायदा उठा करके आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर आईईडी ब्लास्ट किया। इसके बाद सुरक्षाबलों को काफी नुकसान पहुंचा, जिसमें हमारे 5 जवान शहीद हो गए।

सूत्र बताते हैं कि इस इलाके में बनी प्राकृतिक गुफाओं को आतंकी शेल्टर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और यहां छिपकर ऑपरेशन करने गए सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हैं। इन दिनों सुरक्षाबलो के लिए इन प्राकृतिक गुफाओं में छिपे आतंकियों की करतूत काफी चैलेंजिंग हो गई है।

 10 रास्तों का इस्तेमाल करते हैं आतंकी

आतंकियों के घुसपैठ के रास्तों की खुफिया जानकारी मौजूद है। जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर के केसरी हिल्स में प्राकृतिक तौर पर कई रास्ते बने हुए हैं, जो आतंकियों को घुसपैठ करने में मदद करते हैं। स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्कर इन इलाकों की पूरी जानकारी पाक आतंकियों को देते हैं, जिसके बाद आतंकी चोरी छुपे घुसपैठ करते हैं।

1 दुधनियाल लॉन्च पैड (POK) रुट से कैथनवाली फारेस्ट से मगाम फारेस्ट से कुपवाड़ा आतंकी आ सकते हैं।

2. केल लॉन्च पैड रूट से लोलाब घाटी से Kshama Krlapora से कुपवाड़ा में घुसपैठ का प्लान है।

3. नल्ली (POK) रुट से होते हुए मंजियोट के रास्ते दंडसेर फारेस्ट के जरिए कालाकोट से घुसपैठ हो सकती है।

4. कोटकोतेरा(POK) रुट से होते हुए आतंकी बगला और कालाकोट पहुंचने की फिराक में।

5. निकैल (POK) रूट से राजौरी और पुंछ में निकैल से बुधल होते हुए मंजीकोट के रास्ते घुसपैठ  हो सकती है।

6. बताल गांव (POK) से आतंकी कस नाला होते हुए राजौरी में घुसपैठ की फिराक में।

7. बोई (POK) से आतंकी सोन गली, गुरसैंन, सुर्रन कोट होते हुए जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कर सकते हैं।

8. खुईरेरट्टा (POK) से होते आतंकी मोहरा गैप से नौशेरा और सुंदरबनी में घुसपैठ कर सकते हैं।

9. आतंकी  कश्मीर के शोपियां में घुसपैठ करने के लिए “हिल काका” के एरिया से POK से घुसपैठ कर सकते हैं।

10. आतंकी गुरेज, माछिल, केरन सेक्टर, गुलमर्ग से आने के लिए “उस्ताद पोस्ट”  रूट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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