नौतपा लगने के बाद मध्य प्रदेश को एक बार फिर झेलना पड़ेगा गर्मी का प्रकोप

ग्रामीण मौसम विशेषज्ञ एचएल कपाड़िया ने बताया कि 25 मई से नौतपा लग रहा है, जो 2 जून तक रहेगा। इस नौतपा में 1 से 2 डिग्री तापमान बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. मध्य प्रदेश में मालवा सहित दूसरे हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से गर्मी का असर अब कम होने लगा था। तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही थी, लेकिन नौतपा लगते ही अब एक बार फिर से गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है। इससे पहले मई महीने की 14 तारीख को इस सीजन में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी थी। जब अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज हुआ था। साउथ-वेस्ट मानसूनी हवाओं के चलते मौसम में राहत मिली है। अभी हवाओं की गति की वजह से मालवा क्षेत्र में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री गिरावट दर्ज की जा रही थी।

फिलहाल ग्रामीण मौसम कृषि महाविद्यालय ऑब्जरवेटिव के अनुसार इंदौर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं ग्रामीण मौसम विशेषज्ञ एचएल कपाड़िया ने बताया कि 25 मई से नौतपा लग रहा है, जो 2 जून तक रहेगा इस नौतपा में 1 से 2 डिग्री तापमान बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। कुल मिलाकर नौतपा के दौरान अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री बने रहने का अनुमान है।

क्या होता है नौतपा के दौरान?

उन्होंने कहा कि तेज हवाओं के चलने की वजह से साउथ-वेस्ट मानसून सक्रिय हो गया है, जिससे तापमान में कुछ कमी देखी जा रही है। जिस तरह से नौतपा के दौरान गर्मी के तेवर चढ़े रहते थे, इस बार उसमें नरमी देखी जा सकती है। आपको बता दें कि नौतपा के दौरान 9 दिन सूर्य धरती के ज्यादा करीब आ जाती है, जिसके चलते गर्मी का प्रभाव अधिक हो जाता है। इस बार नौतपा 25 मई यानी बुधवार से शुरू हुआ है और 2 जून तक रहेगा। नौतपा के दौरान प्रचंड गर्मी पड़ती है, जिसके कारण मानसून का बनना माना जाता है।

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नौतपा में ज्यादा गर्मी पड़ने से होता है ये असर

कहा जाता है कि अगर इन 9 दिनों में बारिश होने लगे तो नौतपा का गलना माना जाता है। ऐसा होने पर अच्छी बारिश की संभावना कम होती है। वहीं अगर नौतपा के दौरान गर्मी ज्यादा पड़ती है तो उस साल अच्छे बारिश की संभावना होती है, क्योंकि इसकी वजह से समुद्र के जल का तेजी से वाष्पीकरण होता है, जिससे बादल बनते हैं और वह अच्छी बारिश करते हैं।

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