राजकीय अतिथि गृह पहुना को नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बनाया गया अस्थायी निवास

राजकीय अतिथि गृह पहुना को नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अस्थायी निवास बनाया गया है। जब तक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री निवास को खाली नहीं कर देते, तब-तक श्री बघेल पहुना में ही रहेंगे। इसमें दो-तीन माह का समय लगने के आसार हैं।

आपको बता दें कि सिविल लाइन में वर्तमान मुख्यमंत्री निवास स्थित है। प्रस्तावित मुख्यमंत्री निवास नया रायपुर में हैं। जब तक नया रायपुर में सीएम बंगला बन नहीं जाता, तब-तक सिविल लाइन के बंगले में ही राज्य के मुख्यमंत्री को रहना होगा।

भाजपा के 15 साल के कार्यकाल के बाद छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी है। रविवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के लिए भूपेश बघेल का नाम तय हो गया। ऐसे में आनन-फानन में प्रशासन ने राजकीय अतिथि गृह पहुना को मुख्यमंत्री का अस्थायी निवास बनाया है।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के मौलश्री विहार स्थित बंगले में कुछ सामान शिफ्ट किया गया है, जबकि ज्यादातर उनके सामान अभी भी सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री निवास में हैं। दरअसल डॉ. रमन सिंह को जेड प्लस सुरक्षा अभी भी मिली हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री को बंगला देने का भी प्रावधान है।

सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें कौन सा बंगला आबंटित होता है। इसको लेकर प्रशासन स्तर पर अधिकारी तैयारी कर रहे हैं। हालांकि यह सब नए मुख्यमंत्री और सामान्य प्रशासन के निर्देशानुसार ही होगा।

इस मामले को विचार करने के लिए कैबिनेट गठन के बाद ही तय होगा। इसके लिए अभी अधिकारी विचार-विमर्श कर रहे हैं। कयास यह भी लगाया जा रहा है कि स्वयं डॉ. रमन सिंह स्वत: कहीं दूसरी जगह शिफ्ट हो सकते हैं। सूत्रों की मानें तो अभी दो-तीन माह तक इंतजार करना पड़ेगा। तब-तक पहुना ही अस्थायी रूप से सीएम हाउस होगा।

रेनोवेशन कराएंगे

बंगला खाली होने के बाद रेनोवेशन कराया जाएगा। रंग-रोगन के साथ सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद ही प्रदेश के नए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां शिफ्ट होंगे।

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