मई अंत तक भारत आ सकती हैं रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V, भेजे जाएंगे 8 करोड़ से ज्यादा डोज
कोरोनावायरस की तीसरी लहर ने भारत में तबाही मचा रखी है. इस बीच देश में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है. वैक्सीन की कमी इस टीकाकरण अभियान में बाधा न बने, सरकार इसके लिए लगातार प्रयास कर रही है.
इमिग्रेशन मामलों के विशेषज्ञ विक्रम श्रॉफ के अनुसार, यदि आपने ऐसी कोई वैक्सीन लगवाई हो जो डब्ल्यूएचओ की आपात इस्तेमाल की लिस्ट में शामिल नहीं है, साथ ही आप जिस देश की यात्रा कर रहे है उसने भी उसे मंजूरी ना दी हो. तो ऐसे में आपको नॉन वैक्सिनेटेड माना जाएगा.
डब्ल्यूएचओ की ताजा गाइडलाइन के अनुसार, भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन को आपात इस्तेमाल की लिस्ट में शामिल करने के लिए आवेदन किया है, लेकिन अभी हमें इस वैक्सीन को लेकर और जानकारी की जरुरत है. इसको लेकर हम इस महीने या जून में उनके साथ मीटिंग करेंगे. इसके बाद भारत बायोटेक को अपना डोजियर जमा करना होगा.
रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V (Sputnik-V) को भी भारत में इस्तेमाल की मंजूरी मिल गयी है. अब तक देश में 2 लाख 10 हजार डोज रूस से आ चुके हैं. वहीं, मई के अंत तक भारत को 30 लाख डोज मिलने की उम्मीद है.