बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले सबसे स्टाइलिश एक्टर है फ़िरोज़ ख़ान

बॉलीवुड फिल्मों के जाने-माने एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर फिरोज खान का आज 79वां जन्मदिन है. 70 और 80 दशक के दौरान फिरोज का नाम बॉलीवुड के सबसे स्टाइलिश एक्टरों में शुमार था. फिल्म ‘आदमी और इंसान’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवॉर्ड हासिल किया. इसके साथ ही ‘कुर्बानी’, ‘ऊंचे लोग’, ‘दो वक्त की रोटी’, ‘मैं वही हूं’, ‘एक पहेली’, ‘अपराध’, मेला’, ‘आग’ जैसी फिल्मों से भी पहचान मिली.

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साल 1960 में फिरोज खान ने फिल्म ‘दीदी’ से बतौर सपोर्टिंग एक्टर अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की. इसके बाद दर्जनों फिल्मों में काम किया. साल 1972 में पहली फिल्म ‘अपराध’ प्रोड्यूस की. आखिरी बार फिरोज साल 2007 में आई फिल्म ‘वेलकम’ में सिकंदर की भूमिका में नजर आए थे.Related image

27 अप्रैल, 2009 को कैंसर से जूझ रहे फिरोज खान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

अफगानिस्तान से विस्थापित होकर भारत आए एक पठान परिवार में 25 सितंबर 1939 को फिरोज खान का जन्म हुआ था। उनका खानदान गजनी का रहने वाला था। उनकी मां ईरानी थीं। फिरोज खान का फिल्मों में एक अलग ही अंदाज था। उनके शाही स्टाइल और संवाद बोलने की अदा को लोग बहुत पसंद करते थे। हीरो के रोल में तो दर्शकों ने तो उन्हें पसंद किया ही विलेन के किरदार में भी वो बहुत हिट हुए थे।

फिरोज अपने बेबाक बयानों के लिए भी जाने जाते थे। उनकी बेबाकी की वजह से 2006 में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने उनके पाकिस्तान में आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। दरअसलए फिरोज जब अपने भाई अकबर खान की फिल्म ताजमहल को रिलीज करने लाहौर गए थे तब उन्होंने भारत और पाकिस्तान के मुसलामानों की स्थिति को लेकर टिप्पणी की थी।

एक कार्यक्रम में उनसे भारत में मुसलमानों की खराब हालत को लेकर सवाल किया गया था। फिरोज ने अपने जवाब में कहा था, भारत धर्म निरपेक्ष देश है। हमारे यहां मुसलमान प्रगति कर रहे हैं। हमारे राष्ट्रपति मुस्लिम हैं, प्रधानमंत्री सिख हैं। पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर बना था, लेकिन देखिए यहां उनकी कैसी हालत है, एक-दूसरे को मार रहे हैं।उन्होंने कहा था, यहां मैं खुद से नहीं आया हूं। मुझे यहां आने के लिए निमंत्रण दिया गया था। हमारी भारतीय फिल्में इतनी प्रभावशाली होती हैं कि आपकी सरकार उसे ज्यादा वक्त के लिए रोक नहीं सकती। खबरों के मुताबिक उस कार्यक्रम में 1000 के करीब लोग मौजूद थे। तब उनके बयान पर पाकिस्तान में काफी बवाल मचा था। मामला 2006 का है। जिस वक्त फिरोज ने ये बातें कहीं, मनमोहन सिंह भारत के प्रधानमंत्री थे और राष्ट्रपति के पद पर एपीजे अब्दुल कलाम थे।

बॉलीवुड का वह खान, जिसने भरी महफ़िल में दिखाई थी पाकिस्तान को उसकी औकात

मुंबई. अपने जमाने के फेमस एक्टर फिरोज खान 27 अप्रैल 2009 को बेंगलुरु में लंग कैंसर से उनका निधन हुआ था। दुनियाभर में फिरोज के लाखों फैन थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्होंने जब भरी महफिल में पाकिस्तान को उसकी औकात याद दिलाई तो वहां उनकी एंट्री पर बैन लगा दिया था। यह घटना उनके निधन से महज तीन साल पहले यानी 2006 की है।

– दरअसल, अप्रैल 2006 में फिरोज अपने भाई अकबर खान की फिल्म ‘ताजमहल’ के प्रमोशन के लिए पाकिस्तान के लाहौर में थे। इस दौरान उन्होंने भारत की तारीफ करते हुए कहा था, “इंडिया एक सेकुलर देश है। वहां मुस्लिम तरक्की कर रहे हैं। हमारे राष्ट्रपति मुस्लिम हैं, प्रधानमत्री सिख हैं। पाकिस्तान इस्लाम के नाम पर बनाया गया। लेकिन देखो कैसे यहां मुस्लिम ही मुस्लिम को काट रहे हैं।

फिरोज ने कहा था- तुम्हारी सरकार हमारी फिल्मों को नहीं रोक सकती
– फिरोज खान ने इवेंट के दौरान कहा था, “मैं यहां खुद नहीं आया हूं, मुझे बुलाया गया है। हमारी फिल्में बहुत पावरफुल होती हैं। इसलिए तुम्हारी सरकार इन्हें ज्यादा दिन तक नहीं रोक सकती। इवेंट में मौजूद इंडियन डेलिगेशन में मौजूद सदस्यों ने इस बात की पुष्टि उस वक्त मीडिया से बातचीत में की थी।

एक्ट्रेस पर एंकर के आपत्तिजनक कमेंट पर भड़क गए थे फिरोज
– इसी इवेंट के दौरान एक्ट्रेस मनीषा कोइराला पर एंकर फख्र-ए-आलम ने जब आपत्तिजनक कमेंट किया तो फिरोज खान भड़क गए थे। दरअसल, एंकर मनीषा से बात कर रहा था तो वे कुछ झिझक रही थीं। इसी दौरान एंकर ने कहा, “मैम आप कांप रही हैं…इसलिए मैं आपसे सवाल नहीं पूछूंगा।” फिरोज मनीषा के बगल में ही बैठे हुए थे। उन्हें गुस्सा आ गया और उन्होंने एंकर को फटकार लगाते हुए कहा, “बेहतर होगा कि तुम एक्ट्रेस से मांफी मांग लो, वरना मैं तुम्हारी ऐसी-तैसी कर दूंगा।

महेश भट्ट ने फिरोज की ओर से मांगी थी फख्र-ए-आलम से माफ़ी
– पूरे घटनाक्रम के बाद प्रोड्यूसर और डायरेक्टर महेश भट्ट ने एंकर फख्र-ए-आलम और पाकिस्तानी आवाम से फिरोज खान की ओर से माफ़ी मांगी थी। महेश भट्ट ने कहा था, “खान की व्यवहार के लिए मैं फख्र-ए-आलम और पाकिस्तानी आवाम से माफ़ी मांगता हूं। उम्मीद है कि वे हमें माफ़ कर देंगे।” बता दें कि उस वक्त महेश भट्ट इंडियन डेलिगेशन का हिस्सा थे। डेलिगेशन में शामिल बाकी लोगों ने भी पाकिस्तान से माफ़ी मांगी थी। इंडिया से पाकिस्तान गए इस डेलिगेशन में फिरोज के साथ उनके भाई अकबर खान, संजय खान के अलावा पहलाज निहलानी, फरदीन खान, श्याम श्रॉफ, शत्रुघ्न सिन्हा, महेश भट्ट, विकास मोहन और ‘ताज महल’ फिल्म के कई स्टार्स शामिल थे।

परवेज मुशर्रफ ने लगा दिया था एंट्री पर बैन
– फिरोज खान का व्यवहार फख्र-ए-आलम और महफिल में बैठे अन्य पाकिस्तानियों को इतना चुभा कि उन्होंने फिरोज के पाकिस्तान में प्रवेश पर रोक लगवा दी थी। तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भारत में पाकिस्तानी हाई कमिश्नर को निर्देश दिया था कि खान को पाक का वीजा न दिया जाए। इससे पहले लाहौर से जब इंडियन डेलिगेशन करांची परवेज मुशर्रफ से मिलने गया था, तब फिरोज खान को इसमें शामिल नहीं किया गया था।

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