पूर्वांचल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी पर टिकी पूरे देश की निगाह

लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों के ऐलान होने के साथ ही सभी राजनैतिक पार्टियां मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए जुट गई है। ऐसे में पूर्वांचल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट वाराणसी पर पूरे देश की निगाह टिकी हुई हैं। क्योकि 2014 के लोकसभा चुनावों में इस सीट से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत दर्ज कराई थी और पीएम बने थे। अब चर्चा है कि वाराणसी में पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मैदान में उतर सकती है। ऐसे में इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।

वाराणसी से चुनाव लड़ सकते है चंद्रशेखर
वहीं, भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने भी वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी ताल ठोक सकते है। इस बात की पुष्टि भीम आर्मी के पूर्वाचल क्षेत्र के प्रभारी डॉक्टर सागर ने की है। इसके साथ ही काशी में मतदाताओं का मूड जानने के लिए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर 30 मार्च को काशी में 7 किमी लम्बा रोड शो भी करेंगे। इसके लिए प्रशासन से परमिशन मांगी गई थी।

मोदी को आसानी से जीतने नहीं दूंगा

द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में आजाद ने बताया कि, ‘मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरुंगा। मैं नहीं चाहता कि कोई ऐसा शख्स यूपी से जीते जो हमारे देश को कमजोर कर रहा है। मैंने पहले ही कहा है कि अगर मायावती, आखिलेश और मुलायम सिंह यादव इस सीट से चुनाव नहीं लड़ते तो मैं वाराणसी से चुनाव लडूंगा। मैं मोदी को आसानी से जीतने नहीं दूंगा।’

कलेक्ट्रेट से रविदास गेट तक मांगी थी परमिशन

भीम आर्मी के पूर्वाचल प्रभारी डॉक्टर सागर ने बताया कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता अवनीश अवस्थी की ओर से एडीएम सिटी के यहां रोड शो की परमिशन मांगी गई है। लेकिन प्रशासन ने 30 मार्च को होने वाले भीम आर्मी के रोड शो की परमिशन नहीं दी है। प्रशासन का कहाना है कि भीम आर्मी के कार्यकर्ता अराजकता फैला सकते है इस लिए परमिशन नहीं दी गई है।

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