पाक के टीवी चैनलों पर इंडियन कार्यक्रमों के प्रसारण पर इस वजह से लगी पाबंदी

चीफ जस्टिस निसार ने पाक के टीवी चैनलों पर इंडियन कार्यक्रमों के प्रसारण पर पाबंदी के न्यायालय के निर्णय के विरूद्ध पाक इलेक्ट्रानिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पेमरा) की अपील पर सुनवाई करते वक्त ये टिप्पणियां कीं। अखबार के अनुसार, प्राधिकरण के प्रमुख सलीम बेग ने न्यायालय से बोला कि ‘फिल्माजिया चैनल’ पर दिखाए जाने वाले 65 फीसदी प्रोग्राम विदेशी हैं व कई बार यह आंकड़ा 80 फीसदी तक चला जाता है।

चैनलों से नहीं हो कोई दुष्प्रचार- वकील
इस पर, मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ”हम (पाकिस्तानी) चैनलों पर इंडियन कार्यक्रमों के प्रसारण की अनुमति नहीं देंगे। ” प्राधिकरण के एडवोकेट ने मुख्य न्यायाधीश से कहा, ”फिल्माजिया कोई खबर चैनल नहीं बल्कि मनोरंजन चैनल है, यह कोई दुष्प्रचार नहीं करता है। ” मुख्य न्यायाधीश ने जवाब दिया, ”हालांकि यह हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचा रहा है। ”

मामले के सभी पहलूओं पर विचार करते हुए मुख्य न्यायाधीश ने इस केस की सुनवाई को फरवरी तक के लिए टाल दिया है। न्यायाधीश की इस टिप्पणी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पाक में जल्द ही इंडियन चैनलों पर बैन लग सकता है।

2016 में लगाया गया था इस तरह का प्रतिबंध
इससे पहले 2016 में पेमरा ने लोकल टेलीविजन व एफएम रेडियो चैनलों पर इंडियन सामग्री को प्रसारित करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। इस निर्णय को बहुत ज्यादा हद तक हिंदुस्तान में कुछ चैनलों व मनोरंजन उद्योग द्वारा समान सामग्री व कलाकारों के विरूद्ध उठाए गए कदमों के बाद ‘जैसे को तैसा’ कदम के रूप में देखा गया था।

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