कोरोना की दूसरी लहर बनी मध्य वर्ग के लिए बड़ी आफत, देश में फिर बढ़ेगा इस चीज़ का फासला
कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर ने लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है. जहां एक तरफ लोग इसके संक्रमण से पीड़ित हैं और अपनी जान गंवा रहे हैं.
दूसरी तरफ इस घातक वायरस की चेन तोड़ने के लिए लगे लॉकडाउन और कर्फ्यू से आम आदमी के सामने दो वक्त की रोटी का भी संकट पैदा हो गया है. कोरोना की ये दूसरी लहर मिडिल क्लास परिवारों पर आफत बन कर आई है.
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे।
वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारत में महामारी के मामले 19 अप्रैल को 1.50 करोड़ के पार चले गए थे।