इम्तिहान में सफलता पाना चाहते है तो ऐसे पढ़ें
इम्तिहान से एक हफ्ते पूर्व नए विषयों को पढ़ना बंद कर, केवल पहले से तैयार व पढ़े हुए विषयों का रिवीजन करना चाहिए
आत्म धैर्य :
एक स्तर की तैयारी के बाद सफलता व असफलता इम्तिहान के दौरान आपके मनोवैज्ञानिक व्यवहार व धैर्य पर निर्भर करती है. बहुत अच्छी तैयारी होने पर अति उत्साह में अथवा आधे-अधूरे प्रश्न को पढ़कर उत्तर देने के कारण आते हुए प्रश्नों के उत्तर भी गलत हो जाते हैं. जो कि असफलता का कारक बनती है, जबकि दूसरी ओर सकारात्मक दृष्टिकोण से उत्तर देने पर कंफ्यूजन वाले प्रश्नों के उत्तर भी ठीक हो जाते हैं. इतना ही नहीं तुक्केबाजी से लगाया हुआ उत्तर भी ठीक हो जाता है. इसका के यह हरगिज़ मतलब नहीं है कि, आप प्रश्नों को तुक्केबाजी से हल करें. तुक्केबाजी से ठीक उत्तर देने का अपना सिद्धांत हैं. तुक्केबाजी सदैव प्रायिकता के सिद्धांत और संभावनाओं के मद्देनजर करनी चाहिए.