अमर सिंह ने किया मुलायम सिंह-बिग बी का जिक्र और कह दी ये बड़ी बात

उत्तराखंड ज्योतिष परिषद के तत्वाधान में आयोजित ज्योतिष संगोष्ठी में भाग लेने आए राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने दिल खोलकर अपनी बात रखी।

जीवन के तमाम खट्टे-मीठे अनुभवों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि… ऐसा कोई सगा नहीं, जिसने मुझे ठगा नहीं।

अमर सिंह ने कहा कि जीवन में ऐसे बहुत से लोग मिले, जिनका मैंने खूब भला किया, लेकिन बाद में उन्होंने मेरे साथ धोखा किया। उन्होंने खासतौर पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का जिक्र किया।

मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि अगर मेरे घर आना है तो पीछे के दरवाजे से आएं

संगोष्ठी में अमर सिंह चर्चा तो ज्योतिष के महत्व पर शुरू की, लेकिन फिर वे अपने जीवन के अनुभवों पर आ गए। उन्होंने कहा कि सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद 17-18 साल की उम्र में ही उनका अपने पिता से वैचारिक मतभेद हो गया।

तब लखनऊ के एक डेंटिस्ट जो ज्योतिषी भी थे, उन्होंने मेरी कुंडली में लिखा था कि मेरे पास गाड़ियों का का काफिला होगा। खूब यश प्रसिद्धि मिलेगी। बाद में यह सब सही साबित हुआ।

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से अपने करीबी रिश्तों का जिक्र करते हुए अमर सिंह ने कहा कि एक बार मुलायम सिंह यादव ने उन्हें कह दिया था कि अगर उन्हें मेरे घर आना है तो पीछे के दरवाजे से आएं। इस पर मैं यह कहकर लौट आया कि मैं कोई राजनैतिक वेश्या नहीं हूं।

बड़ी रकम देकर अमिताभ की मदद की थी

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन से अपनी दोस्ती का जिक्र करते हुए अमर सिंह ने कहा कि एक बार जब मैं उनके घर बैठा था तो बैंक के अधिकारी अपना कर्ज वसूलने आए थे और उनसे तकादा कर रहे थे।

तब मैंने बड़ी रकम देकर अमिताभ की मदद की थी। उन्होंने कहा कि हालांकि, बाद में अमिताभ बच्चन से भी उन्हें दोस्ती का अच्छा सिला नहीं मिला।

अखिलेश का पिता तो नहीं पर पिता का धर्म निभाया
भावनाओं में बहकर अमर सिंह ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा कि अखिलेश को उन्होंने बेटे की तरह माना। बचपन से लेकर आस्ट्रेलिया तक में पढ़ाई के दौरान अखिलेश का पूरा ध्यान रखते थे। उन्होंने कहा कि वह अखिलेश के जैविक पिता तो नहीं हैं, लेकिन पिता का धर्म उन्होंने पूरा निभाया। बाद में उन्होंने अखिलेश के व्यवहार में अपने प्रति आए बदलाव की भी चर्चा की।

बृहस्पतिवार को हरिद्वार में उत्तराखंड ज्योतिष परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रमेश सेमवाल के संयोजन में आयोजित अखिल भारतीय ज्योतिष शोध संगोष्ठी का शुभारंभ जगद्गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज और राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने किया।

अपने संबोधन में जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि ज्योतिषी का गणित और उसकी साधना दोनों का तालमेल हो तो भविष्यवाणी पूरी तरह सटीक और सार्थक होगी। इस दौरान उन्होंने एक पुराना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री थे तो उस समय पाकिस्तान से युद्ध हुआ था।

ज्योतिषियों ने बहुत समय पहले ही इस युद्ध की घोषणा कर दी थी, लेकिन भविष्यवाणी को गंभीरता से लेने के बजाय कुछ तथाकथित प्रगतिशील लोगों ने उनका उपहास उड़ाया था। आखिरकार काल ने यह सत्य कर दिखाया और पाकिस्तान के साथ भारत का युद्ध हुआ।

बाद में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भविष्यवाणी करने वाले ज्योतिषियों की सलाह पर यज्ञ कराया और भारत की विजय हुई थी। जगद्गुरु शंकराचार्य ने ज्योतिषियों से आह्वान किया कि वे इधर-उधर की अफवाहों में न आकर अपनी साधनी को और सुदृढ़ करें।  उन्होंने कहा कि राजसत्ता का धर्म है कि वह परिवर्तनशील होती है। आज किसी के पास तो कभी किसी के पास है।

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