स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे केंद्रीय मंत्री, जानिए किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल :  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) इटली की राजधानी रोम (Rome) के अपने चार दिवसीय दौरे की शुरुआत आज से करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री 4 सितंबर से 7 सितंबर तक रोम दौरे पर रहेंगे। उम्मीद है कि आज स्वास्थ्य मंत्री मांडविया रोम में होने वाली जी20 देशों (G20 Countries) के स्वास्थ्य मंत्रियों की एक बैठक में हिस्सा भी ले सकते हैं।

 

 

 

जी20 की अहम बैठक ऐसे समय में हो रही है जब दुनिया भर में कहर बरपा चुका कोरोना वायरस का संक्रमण (Coronavirus) एक बार फिर से सर उठाने की कोशिश में है। भारत ने शुक्रवार को ब्रिक्स डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (BRICS Digital Health Summit) के दौरान कोविड-19 महामारी के दौरान आने वाली चुनौतियों पर भी चर्चा की।

 

 

 

ब्रिक्स सम्मेलन में पवार ने किया भारत का प्रतिनिधित्व

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने ब्रिक्स मंत्रिमंडलीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने सभी स्तरों पर डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजी को पूरी तरह से अपनाने की दिशा में भारत की प्राथमिकताओं पर पैनल को संबोधित किया था। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुए सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी स्तरों पर डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजी को पूरी तरह अंगीकार करने की भारत की प्राथमिकताओं और ब्रिक्स देशों के बीच मानक पाठ्यक्रम के माध्यम से सक्षम स्वास्थ्य सूचना विज्ञान पेशेवरों के कैडर निर्माण संबंधी इस संगठन की रणनीति के बारे में अपनी बात रखी।

 

 

 

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री पवार ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 की दो लहरों ने भारत के सामने विशिष्ट चुनौती पेश की जिसके लिए प्रभावी और क्षेत्रीय जरूरतों के प्रति संवेदनशील मानवीय केंद्रीकृत जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता पड़ी और डिजिटल स्वास्थ्य’ का इस महामारी के प्रबंधन के लिए कुशल उपयोग किया गया।

 

 

 

पवार ने माना कि डिजिटल हेल्थ’ कोविड-19 महामारी में प्राथमिकता बन गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कोविड की दो लहरों ने भारत के सामने कई चुनौतियां पेश कीं, जिसके लिए प्रभावी एवं क्षेत्रीय जरूरतों के प्रति संवेदनशील मानवीय केंद्रीकृत जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता पड़ी। डिजिटल स्वास्थ्य का इस महामारी के प्रबंधन के लिए कुशल उपयोग किया गया और इससे हम अपनी कार्रवाई को मजबूत करने के लिए और वैज्ञानिक एवं आंकड़ा आधारित पहल अपना सके।’

 

 

 

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