स्वैच्छिक रक्तदान को लगेंगे विशेष शिविर-डॉ नीतू द्विवेदी

"तीन दिवसीय रक्तदान शिविर में 33 जवानों ने किया रक्तदान"

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

इटावा: रक्तदान महादान है,इससे किसी का जीवन बचाया जा सकता है, इसलिए सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए कोई भी व्यक्ति अपनी स्वेच्छा से कभी भी रक्तदान कर सकता है। ब्लड बैंक के तत्वावधान में सोमवार को लगाए गए रक्तदान शिविर में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएससी) कैंपस में चार जवानों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान किया गया। पीएससी कमांडेंट अनिल कुमार सिंह बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग 5.5 लीटर खून होता है यदि उसमें से 300 एम एल खून दान कर दिया जाए तो उससे शरीर को कोई भी नुकसान नहीं होता,रक्तदान के बाद शरीर की अस्थि मज्जा कोशिकाएं तीव्र गति से सक्रिय हो जाती हैं और खून तेजी से बनने लगता है। इसलिए रक्तदान करने से शरीर को लाभ ही होता है।

रक्तदान करने वाले 27 वर्षीय राजेश सिंह ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से रक्तदान कर रहा हूं और मुझे कभी भी रक्तदान करने के बाद कोई कमजोरी या शारीरिक परेशानी नहीं हुई। इसी लिए अपने साथियों से भी अपील करता हूं कि अवसर मिलने पर रक्तदान अवश्य करें। रक्तदान शिविर में डॉ अरुण ब्लड बैंक कर्मचारी रजनी,शैलेंद्र,अर्जुन उपस्थित रहे।
रक्त केंद्र प्रभारी डॉ नीतू द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में स्वैच्छिक रक्तदान का प्रतिशत 48 प्रतिशत रह गया है,जबकि भारत सरकार द्वारा 60 प्रतिशत लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसलिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाकर निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए 24,25 व 26 तारीखों को जिलें में विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।

उन्होंने कहा कि 24 से 26 मार्च को भी जिले में विशेष स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे यदि कोई भी संस्था स्वैच्छिक रक्तदान शिविर लगाने के लिए इच्छुक है तो वह ब्लड बैंक से संपर्क कर सकती है,ब्लड बैंक द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के तीन दिवसीय आयोजन के तहत 24,25 और 26 फरवरी को एक्सिस बैंक द्वारा आठ यूनिट ब्लड व मदर डेयरी के कर्मियों द्वारा 21यूनिट ब्लड दान किया गया। डॉ.नीतू ने बताया कि रक्तदान करने के लिए सामान्यतया एक व्यक्ति 18 वर्ष की उम्र से 60 वर्ष की उम्र के बीच तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से शरीर को कई लाभ होते हैं।

जिसमें तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकते हैं। इससे खून में आयरन की मात्रा ठीक बनी रहती है और दिल की बीमारियां भी दूर रहती हैं। रक्तदान से स्ट्रोक व हार्ट अटैक से भी बचाव होता है। रक्तदान से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। एक बार ब्लड डोनेट करके 650-700 कैलरी घटा सकते हैं। कैलरी घटने से वजन भी कम होता है। ब्लड डोनेशन से मानसिक संतुष्टि भी मिलती है क्योंकि आपके द्वारा डोनेट किए गए ब्लड व प्लेटलेट से कई लोगों को नया जीवन दान मिलता है जिससे खुशी और मानसिक संतुष्टि का अहसास होता है। ब्लड डोनेशन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है,जिसकी वजह से हमारा शरीर कई तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button