टिल्लू हत्याकांड का आया सामने चश्मदीद कि जुबानी, मारो इसको, आज बचना नहीं चाहिए

दिल्ली की तिहाड़ जेल में दो दिन पहले हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

दिल्ली: दिल्ली की तिहाड़ जेल में दो दिन पहले हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। दिल्ली की तिहाड़ जेल में मंगलवार को हुए टिल्लू ताजपुरिया हत्याकांड का एक चश्मदीद सामने आया है। जिसने बताया है कि किस तरह गोगी गैंग के दीपक, योगेश, राजेश और रियाज ने टिल्लू को तड़पा-तड़पाकर मौत के घाट उतारा। चश्मदीद ने जेल के उस खौफनाक मंजर को भी बयां किया है।

दिल्ली की तिहाड़ जेल में मंगलवार (2 मई) को हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. धारदार हथियार से 40 से 50 बार हमला कर ताजपुरिया की हत्या की गई थी। इस वारदात को गोगी गैंग के दीपक तीतर, योगेश, राजेश और रियाज ने अंजाम दिया था। जिनके खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बीते दिन इस हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे। अब हत्याकांड का एक चश्मदीद सामने आया है, जिसने बताया है कि तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया का कत्ल कैसे हुआ।

इस कत्ल की पूरी कहानी जेल नंबर-8 के वार्ड नंबर-5 की सेल नंबर-7 में बंद रोहित ने सुनाई है। रोहित ने बताया, “B-ब्लाक में गोगी गैंग के गुर्गे रियाज गैंडा राजेश, योगेश और दीपक बंद थे। ये चारों टिल्लू से रंजिश मानते थे और गोगी के मर्डर के लिए टिल्लू को जिम्मेदार मानते थे। 2 मई की सुबह करीब 6 बजे हम सब लोग बैरक में ही थे। टिल्लू भाई बाहर बरामदे में घूम रहे थे। मैं अपनी cell में ही था। तभी टिल्लू भाई भागते हुए मेरी सेल में आए और बोले कि जल्दी दरवाज बंद करो, लोग चाकू लेकर मारने आ रहे है। मैं तुरंत उठा और टिल्लू भाई के साथ मिलकर सेल का ग्रिल वाला दरवाजा बंद करने की कोशिश की।

इतने में ही दरवाजे के बाहर योगेश और दीपक आ गए। वो धक्का मारकर दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगे। हमने दरवाजा पकड़ने रोकने की कोशिश की तो योगेश और दीपक ने हमारे ऊपर ग्रिल बाहर से ही चाकुओं से वार करने शुरू कर दिए। इतने में ही पीछे से रियाज भी आ गया। वो टिल्लू भाई से कह रहा था कि आज तेरा काम ही खत्म कर देंगे।

‘अगर बीच में आएगा तो तू भी साथ ही मरेगा’

रोहित आगे बताता है, मैंने टिल्लू को बचाने की काफी कोशिश की। रोकने की कोशिश करने पर राजेश और रियाज ने कहा अगर बीच में आएगा तो तू भी साथ ही मरेगा. इसके बाद मुझ पर चाकू से वार किए, मैंने हाथ अड़ाकर अपना बचाव किया। इस दौरान मेरे हाथ में चाकू  लग गए। दीपक, योगेश और रियाज ने सेल का दरवाया खोल लिया। दरवाजा खुलते ही राजेश, योगेश, रियाज और दीपक मेरी सेल के अंदर घुस गए और टिल्लू भाई को चाकू मारते हुए बाहर खींचकर ले गए।

दीपक-रियाज से चिल्लाकर कहा- आज बचना नहीं चाहिए’

बाहर उन चारों ने टिल्लू भाई के ऊपर ताबड़तोड़ चाकुओं से वार करने शुरू कर दिए। टिल्लू ने बचने की कोशिश की तो योगेश ने पकड़कर गिरा लिया और दीपक और रियाज से चिल्लाकर कहा कि मारो इसको, आज बचना नहीं चाहिए। इसके बाद दीपक, रियाज और योगेश ने टिल्लू के पेट, छाती, गर्दन व अन्य जगह ताबड़तोड़ चाकू से वार किए।

तो राजेश ने हमें भी चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी’

चश्मदीद रोहित ने कहा, जिसने भी टिल्लू को बचाने की कोशिश की, उसे जान से मारने की धमकी दी गई। मैंने और अन्य कैदियों ने टिल्लू को बचाने की कोशिश की तो राजेश ने हमें भी चाकू दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। कुछ देर में जेल का स्टाफ वहां आ गया और बड़ी मुश्किल से उन्हें हटाया।

4 ने B ब्लाक की ग्रिल का सरिया तोड़कर फिर ग्रिल में चादर बांधकर नीचे A-ब्लाक में उतरे थे। नीचे आकर अन्य सेल का दरवाजा भी बाहर से बंदकर दिया था। जिससे कोई टिल्लू भाई को बचा न सके। बाद में हमले के बाद जेल स्टाफ टिल्लू भाई और मुझको लेकर DDU Hospital पहुंचा। हॉस्पिटल में मुझे पता चला कि टिल्लू भाई की मौत हो गई है।

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