फुलेरा दूज पर इस तरह करेंगे पूजा तो भगवान श्रीकृष्ण आप पर बरसेगी कृपा

स्टार एक्सप्रेस डिजिटल

 

फुलेरा दूज कब हैं?  आज फुलेरा दूज का पर्व मनाया जा रहा है. यह त्योहार भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में काफी धूमधाम से मनाया जाता है. फुलेरा दूज पर भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा की जाती है. यह पर्व श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है. इस दिन कोई भी शुभ कार्य करना काफी फलदायी माना जाता है.

फुलेरा दूज क्यो मानायी जाती है और कैसे  पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज मनाई जाती है. फुलेरा दूज के दिन श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा की जाती है. यह पर्व श्रीकृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन विवाह और दूसरे मांगलिक कार्य करना बेहद शुभ माना जाता है. जो भी प्रेमी जोड़ा इस दिन सच्चे मन से भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी की पूजा करता है उसे जीवनभर के लिए एक-दूसरे का साथ मिलता है. ब्रज के मंदिरों में इस दिन श्री कृष्ण और राधा रानी को फूलों से सजाया जाता है और उन पर जमकर फूल बरसाए जाते हैं.

शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, फुलेरा दूज फाल्गुन माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल फुलेरा दूज की तिथि की शुरुआत आज (21 फरवरी 2023) सुबह 09 बजकर 04 मिनट पर हो रही है और इसका समापन 22 फरवरी 2023 को सुबह 05 बजकर 57 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, इस साल फुलेरा दूज 21 फरवरी 2023 यानी मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन भगवान कृष्ण और राधा रानी की पूजा गोधूली मुहूर्त में ही की जाएगी. इस दिन गोधूली मुहूर्त की शुरुआत शाम 06 बजकर 13 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 38 मिनट तक रहेगी.

 

फुलेरा दूज का महत्व
फुलेरा दूज के दिन श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा का विधान है. फुलेरा दूज का त्योहार ब्रज में मुख्य रूप रूप से मनाया जाता है. इस दिन श्रीकृष्ण और राधा रानी के साथ फूलों की होली खेली जाती है और माखन मिश्री का भोग लगाया जाता है. फुलेरा दूज किसी शुभ कार्य सगाई या विवाह के लिए सर्वोत्तम माना जाता है.

 

 पूजा विधि
इस दिन घर में भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा अर्चना करने का विधान है. इस दिन  घर के मंदिर में श्रीकृष्ण और राधा रानी सहित सभी देवी देवताओं को इस दिन अबीर और गुलाल अर्पित करना चाहिए. रंग-बिरंगे कपड़े भगवान कृष्ण को पहनना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन से होली की शुरुआत होती है. अक्षत और दूर्वा से भगवान का पूजन करना चाहिए और उन्हें फूल, फल, मिठाई का भोग लगाना चाहिए.

 

फुलेरा दूज पर करें ये उपाय
इस पर्व को श्रीकृष्ण और राधा जी के प्रेम के प्रतीक के रूप में देखा जाता है. विवाह में आ रही दिक्कत या वैवाहिक जीवन को मधुर बनाने के लिए इस दिन श्रीकृष्ण और राधा रानी की पूजा करनी चाहिए. फुलेरा दूज का यह पूरा दिन ही बेहद शुभ है लेकिन पूजा के लिए गोधुली मुहूर्त सबसे अच्छा है. पूजा के समय रंगीन और साफ कपड़े पहनें. प्रेम संबंधों में सुधार के लिए पूजा कर रहे हैं तो गुलाबी कपड़े पहनें. वैवाहिक जीवन में आ

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