महिला आयोग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने दिया इस्तीफा, जानिये क्या रही वजह
शोभा ओझा ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार में अगर महिलाओं के प्रति जरा भी संवेदना होती तो वह महिलाओं को न्याय दिलाने वाले राज्य महिला आयोग को भंग करने की कोशिश नहीं करती।
स्टार एक्सप्रेस
डेस्क. मध्य प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष और कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने एक प्रेस वार्ता में दी इंदौर के प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में शोभा ओझा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार में अगर महिलाओं के प्रति जरा भी संवेदना होती तो वह महिलाओं को न्याय दिलाने वाले राज्य महिला आयोग को भंग करने की कोशिश नहीं करती। उन्होंने कहा कि पुलिस की असंवेदनशीलता और न्याय में देरी के लिए प्रदेश की बीजेपी सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई मेरे लिए नई नहीं है।
प्रदेश की बीजेपी सरकार पर लगाए ये आरोप
महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के खिलाफ में वो सालों से आवाज बुलंद कर उन्हें इंसाफ दिलाने का प्रयास करती आ रही हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता और मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग की चेयरपर्सन के रूप में मैंने महिलाओं के हक की आवाज उठाया है और संघर्ष किया है। इसलिए मैं बहुत भारी मन से राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे रही हूं।
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उन्होंने कहा कि मैं खुद को एक अधिकारविहीन, शक्तिहीन बना दिए गए आयोग के मुखिया के दायित्व की संवैधानिक बाध्यताओं से मुक्त कर रही हूं। उन्होंने कहा कि इसका मकसद उन्मुक्त और खुले मन से पीड़ित, शोषित और दमित महिलाओं की व्यथा और वेदना को स्वर देने का काम अन्य मंचों से जारी रखना है। इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। जिस तरह से शोभा ओझा ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए हैं, उसके बाद अब यह देखना होगा कि कांग्रेस अब उन्हें कैसी जिम्मेदारी देती है।