Bahraich : महाविद्यालय मे मनाया गया वीर बाल दिवस
गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजदों की याद में मनाया जाता है वीर बाल दिवस
स्टार एक्सप्रेस
बहराइच। गायत्री विद्यापीठ स्नातकोत्तर महाविद्यालय विद्या बहराइच में वीर बाल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ सोमवीर सिंह की अध्यक्षता में सभा का संचालन हुआ। सभा का संचालन कर रहे डॉ मुकेश चंद्र श्रीवास्तव ने वीरवार दिवस के अवसर पर मनवीर शहादत के बारे में बताते हुए कहा 1704 ईस्वी का समय वो समय था जब मुगलों ने भारत पर अपना आतंक मचा रखा था।
मुगल शासक औरंगजेब ने अपने शासनकाल में कई भारतीयों पर अत्याचार कर उनका धर्मांतरण करवाया और इस्लाम कबूल न करने वालों को निर्ममता से मरवा दिया गया। जब उसने गुरु गोबिंद सिंह जी के दोनों साहिबजादों से इस्लाम कबूल करने को कहा तो उन्होंने इसका जमकर विरोध किया और अपने धर्म के लिए शहीद हो गए। औरंगजेब ने दोनों साहिबजादों को दीवार में चुनवा दिया और उनके सिरों को धड़ से अलग कर दिया उस समय भी साहिबजादे जपजीसाहिब का पाठ कर रहे थे।
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शहादत के समय इन वीरों की उम्र मात्र 9 और 6 वर्ष थी। जिसमें जोरावर सिंह 9 वर्ष और फतेहसिंह 6 वर्ष थी। मात्र इतनी सी आयु में गुरु गोबिंद सिंह के सपूतों ने इस्लाम कबूल करने के स्थान पर शहादत को चुना लेकिन अपना धर्म नहीं छोड़ा। नमन है ऐसे भारत के लालों को जिन्होंने अपने देश धर्म के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर दिव्य दर्शन तिवारी ने बताया आज हम सभी यहां वीर बाल दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। जो की गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजदों की याद में मनाया जाता है।
सिखों के 10वे गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के शौर्य और पराक्रम से तो हम सभी भली भांति परिचित हैं। लेकिन क्या आप सभी जानते हैं उनके बेटे भी उन्हीं की भांति वीर पराक्रमी थे। जिन्होंने आज ही 26 दिसंबर के दिन मुगलों के द्वारा शहादत दे दी गई थी। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रो दयाराम यादव डॉ राम जन्म डॉ आशुतोष त्रिपाठी डॉ संजय श्रीवास्तव आईसीटी सेल ईडीपी प्रभारी धर्मेंद्र श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित रहे।