कोरोना से भी खतरनाक है मारबर्ग वायरस, इंसानों से लेकर जानवरों तक में फैली महामारी

कोरोना महामारी के बाद दुनिया सहम सी गई लेकिन अब दुनिया में नई तरह के वायरस आ धमके हैं। इन्हीं वायरस के बारे में यहां चर्चा करेंगे कि दुनिया में कौन से वायरस आए हैं जो डरा रहे हैं।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. दुनिया अबतक कोरोना महामारी से उभर नहीं पाई है कि अब नए तरह के वायरस सामने आने लगे हैं। कोरोना के बाद मंकीपॉक्स सामने आया और अब मारबर्ग ने हमला कर दिया है। कहा जा रहा है कि मारबर्ग वायरस कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक है। कोरोना महामारी का प्रकोप पूरी दुनिया ने देखा तो ऐसे में ये सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि कोरोना से भी खतरनाक मारबर्ग इस दुनिया में क्या तबाही मचाएगा. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस दुनिया में अब तरह-तरह के वायरस फैल रहे हैं और लोगों को डरा रहे हैं। ये वायरस इंसानों से लेकर जानवरों तक में फैल रहे हैं।

कोरोना, मंकीपॉक्स और मारबर्ग तो इंसानों में फैल रहा है तो वहीं लंपी स्किन डिसीज जानवरों में फैल रही है। इसके अलावा जहां एक तरफ दावा किया जा रहा है कि पोलियो का पूरी तरह खात्मा हो चुका है लेकिन ये पूरी सच नहीं है. देश के सबसे शक्तिशाली देशों में शुमार अमेरिका में हाल ही में एक पोलियो का मरीज मिला है। कोरोना के नए-नए वेरियंट सामने आ रहे हैं, मंकीपॉक्स का प्रकोप भी बढ़ रहा है और नए वायरस मारबर्ग ने दस्तक दे दी है। यही नहीं जानवरों में भी वायरस घर करने लगा और लंपी स्किन डीसीज की बीमारी दुधारु पशुओं को अपनी चपेट में रही है। तो ऐसे में आज हम इन सभी वायरस के बारे में बात करेंगे जो दुनियाभर में लोगों को डरा रहे हैं।

मारबर्ग वायरस

मारबर्ग वायरस भी कोरोना की तरह चमगादड़ों के स्रोत से फैलने वाली वायरस है। हाल ही में अफ्रीकी देश घाना में इस वायरस के दो मामले सामने आए और दोनों ही मरीजों की मौत हो गई। इस वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ये इबोला की तरह खतरनाक वायरस है और इसकी मृत्यु दर काफी ज्यादा है। मार्कबर्ग इबोला वायरस के परिवार से आया एक वायरस है जिसमें इंसान के शरीर से खून निकलता है। ये वायरस फलों को खाने वाले चमगादड़ों से इंसान में फैलता है। इस वायरस के लक्षण अचानक से दिखने शुरू होते हैं जिसमें तेज बुखार, सिरदर्द और बेचैनी शामिल हैं। इसके अलावा कई मरीजों को आंतरिक और बाहरी ब्लीडिंग का भी अनुभव होता है। सबसे बड़ी बात ये है कि अभी तक इस वायरस की कोई दवाई या टीका नहीं बना है जिससे इसका इलाज संभव नहीं है।

लंपी स्किन डिसीज

लंपी स्किन डिसीज कोरोना की तरह एक संक्रमित बीमारी है जो दुधारू जानवरों को निशाना बना रही है। ये बीमारी भारत के राजस्थान में देखी गई है। यहां गाय और भैसें भारी संख्या में बीमार हो रही है। इतना ही नहीं पिछले कई दिनों इस वायरस के कारण कई पशुओं की मौत भी हो चुकी है। कहा जाता है कि इस बीमारी के होने से पशुओं के शरीर में गांठे बननी शुरू हो जाती है, तेज बुखार, सिर और गर्दन के हिस्से में तेज दर्द होता है। इस दौरान पशुओं में दूध देने की क्षमता भी कम हो जाती है। ये वायरस मच्छर, मक्खियों जैसे खून चूसने वाले कीड़ों से फैलता है। एक शोध में पाया गया है कि ये बीमारी बकरियों को होने वाली गॉट पॉक्स की तरह ही है।

मंकीपॉक्स वायरस

दुनिया में मंकीपॉक्स वायरस का खतरा लगातार बढ़ रहा है। भारत में भी इस बीमारी ने दस्तक दे दी है, वहीं 75 देशों में इसके 11634 मामले सामने आ चुके हैं। मंकीपॉक्स को लेकर दुनियाभर के चिकित्सक चिंता जाहिर कर रहे हैं और रिसर्च कर रहे हैं। इसके नए लक्षणों का खुलासा भी हुआ है। ये वायरस गे और समलैंगिक लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। रिसर्च में जिन संक्रमित लोगों की जांच की गई उनमें से कई लोगों में ऐसे लक्षण थे जो इस वायरस के वर्तमान लक्षणों से अलग थे। एक रिसर्च में ये भी सामने आया है कि ये वारस एचआईवी की तरह फैल सकता है यानी कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने से भी ये रोग फैल सकता है।

अमेरिका में आया पोलियो का केस

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बाद अब अमेरिका में पोलियो का केस सामने आया है। बीमारी के खात्मे के एलान के 10 साल बाद एक 20 साल के युवक में ये वायरस मिला है। मामला न्यूयॉर्क शहर का है. रॉकलैंड काउंटी में रहने वाले एक 20 साल के युवक में पोलियो का वायरस मिला है। 10 साल पहले अमेरिका ने खुद को पोलियो मुक्त घोषित किया था। उसके बाद ये पहला केस मिला है। रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो एक वायरल बीमारी है जो तंत्रिका को प्रभावित कर सकती है। इससे माशपेशियों में कमजोरी हो सकती है और कुछ मामलों में तो मौत भी हो सकती है।

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