Etawah News: श्रीमद्भागवत कथा सुन भाव विभोर हुए श्रोता
स्टार एक्सप्रेस संवाददता
भरथना,इटावा। भरथना नगर के मोहल्ला मोतीगंज मे चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस पर अन्तरास्ट्रिय कथाकार एवं समाज सुधारक आचार्या केशवम अवस्थी ने उषा अनुरुध के विवाह के प्रसंग को सुनाया आचार्या ने युधिष्ठिर के राजसू यघ्य का वर्णन किया और कहा की धर्म के कार्य के लिये कोई भी कर्म छोटा नही होता।
भगवान कृष्णा ने भी यघ्य मे सभी पत्त्लो को उठना एवं सभी के पैर धोने का काम किया जरासन्द वध की कथा को सुनाया उसके उपरांत आचार्या ने कहा की हमे पानी ओर वाणी दोनो को तौल कर प्रयोग करना चाहिये द्रोपदी ने वाणी प्रयोग सहीणी किया द्रोपदी का एक शब्द ही इस भारत मे महाभारत हो गया वैसे ही हमे पानी को भी बहुत ध्यान से प्रयोग करना चाहिये।
जलसंरक्षण आज हमारी पहली प्राथमिकता है फिर महाराज ने सुदामा चरित्र का बहुत सुन्दर वर्णन किया और कहा की कभी किसी गरीब व्यक्ति को कुछ बोलना नही चाहिये क्युंकि गरीब का दिल दुखाना ही इस संसार मे सबसे बडा पाप है और इससे उसको भी कस्ट होता है।
उसके बाद मे महाराज ने 9 योगिस्वरो की कथा को सुनाया ओर कहा की धर्म हमे आडम्बर नही सिखाता हमे धर्म मे आडम्बर नही होना चाहिये उसके बाद मे 24 गुरु की कथा को सुनाया ओर कहा की हमे हर व्यक्ति ओर वस्तु से लुच शिक्षा लेनी चाहीये कथा महाराज ने विश्राम में कहा कि जो भी कोई व्यक्ति कथा को आदर्श मान कर राम कृष्ण के चरित्र को आदर्श मांन कर जीवन जीते है उनका जीवन समाज का आईना बनता है आज हम सबको चाहिए कि युवाओं को राम कृष्ण की कथा सुनवाये उन्हें सनातन धर्म के आदर्श पता चल सके इस अवसर पर आयोजक आदि लोग उपस्तिथ रहे।