लैंड फॉर जॉब स्कैम में पेशी आइये जाने व्हीलचेयर पर कोर्ट पहुंचे लालू यादव, राबड़ी-मीसा भी साथ लेटेस्ट अपडेट

लालू यादव कोर्ट के लिए रवाना, राउज एवेन्यू अदालत में होगी पेशी

स्टार एक्सप्रेस संवाददता

 नई दिल्ली: लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में पेशी के लिए लालू यादव कोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। लालू यादव की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी होनी है। लैंड फॉर जॉब स्कैम का यह केस 14 साल पुराना है। उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे। दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन लिखवा ली थी। सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था।

लैंड फॉर जॉब स्कैम में लालू यादव और उनके परिवार की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज लालू, राबड़ी देवी और मीसा भारती समेत 16 लोगों की पेशी होनी है। कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब घोटाले में सीबीआई की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए इन सभी को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया था। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन ली गई थी। इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था।

जाने लैंड फॉर स्कैम में अभी तक क्या क्या हुआ?

– सीबीआई ने 18 मई 2022 को लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में केस दर्ज किया और जांच शुरू की।
– अक्टूबर में सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की।
– कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए सभी को पेश होने के लिए बुलाया।
– सीबीआई ने 6 मार्च को पटना में राबड़ी देवी से पूछताछ की।
– अगले दिन यानी 7 मार्च को सीबीआई ने दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर लालू यादव से पूछताछ की।
– 10 मार्च को ईडी ने दिल्ली, बिहार, यूपी में करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की. ये छापेमारी लालू यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव, उनकी बेटी मीसा, चंदा और हेमा और लालू के रिश्तेदारों के यहां हुई।
– ईडी सूत्रों ने दावा किया कि इन छापेमारी में 53 लाख रुपये कैश, 1,900 अमेरिकी डॉलर, लगभग 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए गए।

जाने इन 16 लोगों को भेजा गया समन

लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, राज कुमार सिंह, मिथलेश कुमार, अजय कुमार, संजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार, विजय कुमार, अभिषेक कुमार, रविंद्र राय, किरण देवी, अखिलेश्वर सिंह, रामाशीष सिंह, कमल दीप मनरई (तत्कालीन सीपीओ सेंट्रल रेलवे), सौम्या राघवन (तत्कालीन जीएम सेंट्रल रेलवे)।  इन्हीं के खिलाफ सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी।

सीबीआई ने चार्जशीट में क्या क्या आरोप?

– सीबीआई ने पिछले साल अक्टूबर में इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई का दावा है कि रेलवे के मानदंडों, दिशानिर्देशों और प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए उम्मीदवारों की अनियमित और अवैध नियुक्तियां की गईं।

– सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक, जिन उम्मीदवारों को नौकरी दी गई, उनके या उनके परिवार के सदस्यों द्वारा तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों को बाजार दर से काफी कम कीमत में जमीन बेची गईं। ये राशि बाजार कीमत से 1/4 या 1/5 थी।

– 2007-08 में जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे, तब महुआबाग, कुंजवा में उनका इरादा उन जमीनों को खरीदने का था, जो पहले से उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली जमीनों के पास थीं।

– ऐसे में लालू यादव अपनी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती, मध्य रेलवे के अधिकारी तत्कालीन महाप्रबंधक सौम्या राघवन, तत्कालीन मुख्य कार्मिक अधिकारी कमल दीप मैनराई समेत अन्य आरोपियों के साथ मिलकर आपराधिक साजिश में शामिल हुए।

– इन उम्मीदवारों को बाद में नियमित किया गया। रेलवे में नियुक्ति दिलाने के एवज में लालू प्रसाद यादव ने इन उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली जमीनों को अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर काफी कम कीमत में खरीदीं।

क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम ?

लैंड फॉर जॉब स्कैम का यह केस 14 साल पुराना है। उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे। दावा है कि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनकी जमीन लिखवा ली थी। बताते चलें कि लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे। सीबीआई ने इस मामले में 18 मई को केस दर्ज किया था। सीबीआई के मुताबिक, लोगों को पहले रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर सब्स्टीट्यूट के तौर पर भर्ती किया गया और जब उनके परिवार ने जमीन का सौदा किया, तब उन्हें रेगुलर कर दिया गया।

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