उमेश पाल की हत्याकांड की फंडिंग का शक है नफीस और रुखसार की कार पर

स्टार एक्सप्रेस/संवाददाता

प्रयागराज : उमेश पाल की हत्याकांड में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अतीक अहमद के गैंग के खिलाफ पुलिस लगातार एक्शन ले रहें हैं। शुरुआती जांच में कहा जा रहा था कि हत्याकांड में प्रयोग की गई कार रुखसार नाम की महिला की है। रुखसार नफीस अहमद के छोटे भाई की पत्नी है। नफीस ने कुछ महीने पहले ही कार रुखसार को बेची थी। नफीस पर उमेश की हत्याकांड की फंडिंग करने का शक है। यूपी पुलिस इस मामले की गुत्थियों को सुलझाने के जितनी करीब पहुंच रही है साजिश के तार उतने ही उलझे मिल रहे हैं।

Umesh Pal Murder Case : उमेश हत्याकांड मामले में एक नया खुलासा हुआ है। जिस कार में आरोपी उमेश को मारने के लिए आए थे उसे कुछ महीने पहले ही रुखसार के नाम पर ट्रांसफर की गई थी। रुखसार नफीस अहमद के छोटे भाई की पत्नी है। नफीस अहमद पर उमेश की हत्या के लिए फंडिंग करने की बात कही जा रही है। अब इस खुलासे के बाद फंडिंग का शक और भी गहरा हो रहा हैं।

कौन करता था कार का इस्तेमाल?

हत्याकांड में प्रयोग की गई कार रुखसार नाम की महिला की है। रुखसार नफीस अहमद के छोटे भाई की पत्नी है। नफीस ने कुछ महीने पहले ही कार रुखसार को बेची थी। यह बात भी सामने आई है कि कार बेचे जाने के बाद भी नफीस का परिवार ही इसका इस्तेमाल करता था। फंडिंग का शक होने के बाद अब उसके बैंक खातों को खंगाले जाने की बात कही जा रही है।

उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी माफिया अतीक अहमद के 2 बेटों को पुलिस हिरासत में लेने के मामले में CJM कोर्ट में सुनवाई हुई।धूमनगंज पुलिस ने अदालत में रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि एजम और आबान नाम के शख्स धूमनगंज थाने में नहीं हैं। न ही इस नाम के व्यक्ति की GD में एंट्री है। इन्हें ना तो थाने में बैठाया गया और न ही हिरासत में लिया गया है। हालांकि पुलिस की इस रिपोर्ट से CJM कोर्ट संतुष्ट नहीं है। आज (शुक्रवार) को कोर्ट में दोबारा सुनवाई होगी।

बेटों को पुलिस घर से उठाकर ले गई है – शाइस्ता परवीन

अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने CJM कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। उन्होंने धूमनगंज थाना पुलिस पर आरोप लगाया था कि उनके बेटों को पुलिस घर से  उठाकर ले गई है और अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस द्वारा कोई जानकारी भी नहीं दी जा रही है।

 उमेश पाल और अतीक अहमद के बीच जमीन विवाद चल रहा था

उधर, इस हत्याकांड की वजह को लेकर पुलिस की एक नई कहानी सामने आई है। पुलिस कह रही है कि उमेश पाल का एक जमीन को लेकर अतीक अहमद के साथ विवाद चल रहा था इसी के चलते उसकी हत्या की गई। इस तरह से ये मामला और उलझता जा रहा है।

मुस्लिम हॉस्टल के कमरे से रची गई हत्या की साजिश  

इस मामले में प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि इस हत्याकांड की साजिश मुस्लिम हॉस्टल के कमरे में रची गई थी। वारदात में शामिल एक साजिशकर्ता सदाकत खान पुत्र शस्मशाद खान को यूपी एसटीएफ ने अरेस्ट भी किया. वो गाजीपुर का रहने वाला है।

सदाकत एलएलबी का छात्र बताया जा रहा है, जो कि मुस्लिम हॉस्टल में रह रहा था। सदाकत से पूछताछ की जा रही है। प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया अरबाज पुत्र अफाक 50 हजार का इनामी था। इसका अपराधी इतिहास खंगाला जा रहा है।

क्या है उमेश पाल हत्याकांड?

प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश पाल राजूपाल हत्याकांड में गवाह थे। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उनकी पर फायरिंग कर दी थी। इस दौरान उनकी और उनके गनर की गोली लगने से मौत हो गई। इलाज के दौरान उनके दूसरे गनर की भी मौत हो गई थी।

बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया। उमेश की हत्या का आरोप अतीक अहमद पर लग रहा है. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर अतीक अहमद,  पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, भाई और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

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