आइये जाने 20 हजार की लागत में 6 लाख तक की कमाई, चिया सीड्स की खेती से किसान को बढ़िया मुनाफा
स्टार एक्सप्रेस संवाददता
नांदेड़: नांदेड़ के शिवाजी तमशेट्टे के पास 8 एकड़ कृषि योग्य भूमि है। दो सालों से वह खेती कर रहे हैं। पिछले साल उन्होंने सात एकड़ में चना लगाया था। इस दौरान उन्होंने 65 हजार रुपये खर्च किए थे। इसमें उन्हें तकरीबन 90 हजार रुपये की आय हुई। उम्मीद के मुताबिक आय नहीं होने पर उन्होेंने इस बार चिया सीड्स लगाने का फैसला किया।
कपास से लेकर प्याज की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। इन फसलों पर रेट मिलना मुश्किल हो गया है। कोई भी व्यापारी किसानों से 4 रुपये किलो में भी प्याजखरीदने को तैयार नहीं है। इन सबके बीच नांदेड़ जिले के मुखेड तहसील के चांडोला गांव के किसान शिवाजी तमशेट्टे अमेरिकी चिया बीज की खेती से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं।
अधिक मांग है बाजार में
शिवाजी तमशेट्टे को महज ढाई एकड़ में 11 क्विंटल तक की उपज मिली है। प्रति क्विंटल उन्हें 70 हजार तक का मुनाफा हासिल होरहा है। चिया सीड्स कम लागत में अधिक उपज देने वाली फसल है। इसका उपयोग दवा के रूप में अधिक किया जाता है। इसलिए बाजार में इसकी मांग भी अधिक है।
शुरू की चिया सीड की खेती की चने के खेती में कम मुनाफे के चलते
मुखेड तहसील के चांडोला गांव के किसान शिवाजी तमशेट्टे के पास कुल आठ एकड़ कृषि योग्य भूमि है दो सालों से वह खेती कर रहे हैं। पिछले साल उन्होंने सात एकड़ में चना लगाया था। इस दौरान उन्होंने 65 हजार रुपये खर्च किए थे। इसमें उन्हें तकरीबन 90 हजार रुपये की आय हुई। उम्मीद के मुताबिक आय नहीं होने पर उन्होेंने इस बार चिया सीड्स लगाने का फैसला किया।
सिर्फ 20 हजार रुपये की लागत लागी है
शिवाजी तमशेट्टे ने मध्य प्रदेश से साढ़े सात किलो चिया बीज खरीदा. ढाई एकड़ में इसकी बुवाई कर दी। इस दौरान 20 हजार रुपये खर्च हुए। फसल की 7 से 8 बार सिंचाई भी की। बुवाई के बाद फसल पर किसी भी प्रकार के खाद का छिड़काव करने या लगाने की आवश्यकता नहीं होती है। इसकी फसल को जानवर भी नहीं खाते। इसके अलावा इस फसल में रोग लगने की भी संभावनाएं कम होती हैं।
5 से 6 लाख रुपये तक की कमाई
शिवाजी तमशेट्टे कहते हैं कि इस एक क्विंटल में 70,000 रुपये का मुनाफा होता है। ढ़ाई एकड़ में उन्हें 8 से 11 क्विंटल तक उपज हासिल होती है। इससे उन्हें 5 से 6 लाख रुपये कमाई है। बता दें कि “चिया सीड” का उपयोग मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग और सौंदर्य उपचार में भी किया जाता है।