चंदौली: पुलिस रेड में युवती की मौत, CM योगी ने CB-CID को दी जांच की जिम्मेदारी
चंदौली में पुलिस की छापेमारी के दौरान युवती की मौत पर योगी आदित्यनाथ विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। योगी ने जांच की जिम्मेदारी CB-CID को सौंप दी है।
स्टार एक्सप्रेस
डेस्क. उत्तर प्रदेश के चंदौली में युवती निशा यादव की मौत मामले में राज्य पुलिस की हो रही किरकिरी को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच की जिम्मेदारी अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग (CB-CID) को सौंप दी है। 1 मई को चंदौली के सैय्यदराजा इलाके में पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर कन्हैया यादव को पकड़ने के लिए छापेमारी की थी. पुलिस पर आरोप है कि इस दौरान कन्हैया की बेटी निशा की पिटाई की गई जिसमें उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी सामने आने के बाद विपक्षी पार्टी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादवने सरकार की निंदा करते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की थी।
निशा की मौत की खबर फैलने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और राष्ट्रीय राजमार्ग 2 को ब्लॉक करने की भी कोशिश की इस दौरान उन्होंने गुस्से में पथराव किया जिसमें एक एम्बुलेंस क्षतिग्रस्त हो गया। उधर, राज्य के गृह विभाग के सूत्रों ने सीएम योगी द्वारा जांच के दिए गए आदेश की पुष्टि की है।
सूत्रों ने बताया कि सीएम आदित्यनाथ ने जांच संबंधी फाइल को मंजूरी दे दी है और बुधवार को औपचारिक रूप से आदेश जारी कर दिए जाएंगे. वहीं, डीजीपी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि मृतक के परिवार की मांग पर CB-CID को जांच की जिम्मेदारी दी जा रही है।
परिवार ने लगाया पुलिस पर बड़ा आरोप
निशा के बड़े भाई विजय यादव ने बहन की मौत के बाद मामला दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि सैय्यदराजा के एसओ उदय प्रताप के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम उसके पिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट लेकर छापेमारी करने पहुंची थी, छापेमारी के दौरान जब उन्हें घर पर पिता कन्हैया यादव नहीं मिले, तो उन्होंने मुझे साथ ले जाने की कोशिश की जिसपर निशा ने विरोध किया तो एसओ उदय ने उसकी पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई।
निलंबित हुई छापेमारी टीम
मामले की जानकारी सामने आने के बाद छापेमारी टीम में शामिल सैय्यदराजा के एसओ उदय प्रताप के अलावा पांच अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही उनपर गैर-इरादतन हत्या का मामला भी दर्ज किया गया है।