भाजपा ने सुनील बंसल को राष्ट्रीय महासचिव किया नियुक्त

बंसल को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। वे पहले बीजेपी यूपी के महासचिव थे। इसके अलावा, उन्हें पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना के लिए पार्टी के राज्य प्रभारी के रूप में भी नियुक्त किया गया।

स्टार एक्सप्रेस

डेस्क. पिछले साढ़े आठ सालों में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को चार बड़ी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले सुनील बंसल को प्रमोशन मिला है। पार्टी ने उन्हें यूपी के संगठन महामंत्री से प्रमोट करके राष्ट्रीय महासचिव बना दिया है। भाजपा केंद्रीय कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि सुनील बंसल राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में पश्चिम बंगाल,ओडिशा और तेलंगाना के प्रभारी होंगे। इसके साथ ही पार्टी ने झारखंड के संगठन महामंत्री को इसी दायित्व के साथ यूपी भेजा है और कर्मवीर को झारखंड का संगठन महामंत्री बनाया है।

इस साल मार्च में यूपी विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार भाजपा की शानदार जीत के बाद से ही सुनील बंसल खुद के लिए दूसरी जिम्मेदारी चाह रहे थे। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को इस बारे में अवगत भी करा दिया था। बंसल को 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले वर्तमान केंद्रीय गृह मंत्री और तत्कालीन महासचिव अमित शाह की सहायता के लिए यूपी इकाई में लाया गया था। उस आम चुनाव में यूपी की 80 में से 71 सीटों पर भाजपा को मिली जीत के बाद सुनील बंसल पहली बार चर्चा में आए थे और उनकी छवि पार्टी में रणनीतिकार के दौर पर बनी थी।

एबीवीपी के प्रचारक से भाजपा की राजनीति में आए बंसल कैलाश विजयवर्गीय से पश्चिम बंगाल का दायित्व संभालेंगे। बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जैसी सफलता की उम्मीद थी वैसी सफलता नहीं मिली और उसके बाद से ही कई नेता तृणमूल का दामन थाम चुके हैं। ऐसे में पार्टी ने बंसल जैसे आजमाए हुए योद्धा पर दांव खेलकर उन्हें मुश्किल मोर्चे पर लगाया है। अगले साल तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और पार्टी वहां हैदराबाद नगर निगम चुनाव और उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद से उत्साहित है।

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इससे पहले वह आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी के प्रचारक थे। शाह के करीबी माने जाने वाले बंसल ने 2014 में राज्य की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 71 सीटों पर और 2017 में विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और खुद को साबित किया। इसके बाद भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा-रालोद के महागठबंधन को हराकर जीत हासिल की। इसने 2022 के विधानसभा चुनाव जीतकर राज्य में भी सत्ता बरकरार रखी। इस बीच पार्टी ने राज्य में राज्यसभा और विधान परिषद चुनावों में भी जीत हासिल की।

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