UP बोर्ड पेपर लीक मामले पर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर बोला हमला…
स्टार एक्सप्रेस
लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh ) के 24 जिलों में बुधवार को इंग्लिश द्वितीय पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई है। पेपर लीक (Paper leak ) होने की वजह से परीक्षा को निरस्त किया गया है। अब इसे लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोज़गार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है।
भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफ़ियाओं पर दिखाने के लिए सही, काग़ज़ का ही बुलडोज़र चलवा दे।
उप्र भाजपा सरकार की दूसरी पारी में भी पेपर लीक करवाने का व्यवसाय बदस्तूर जारी है। युवा कह रहे हैं कि रोज़गार देने में नाकाम भाजपा सरकार जानबूझकर किसी परीक्षा को पूर्ण नहीं होने देना चाहती है।
भाजपा सरकार अपने इन पेपर माफ़ियाओं पर दिखाने के लिए सही, काग़ज़ का ही बुलडोज़र चलवा दे। pic.twitter.com/IMR4wC9KQ5
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 30, 2022
गौरतलब है कि UP बोर्ड की 12वीं का इंग्लिश का पेपर लीक हो गया है। इसके बाद 24 जिलों में परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया है। यह परीक्षा बुधवार को दोपहर दो बजे आयोजित होने वाली थी। परीक्षा रद्द होने के बाद अगली तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है। इसके बारे में बोर्ड जल्दी सूचना जारी कर सकता है।
इस संबंध में शिक्षा निदेशक एवं सभापति माध्यमिक शिक्षा परिषद के विनय कुमार पाण्डेय ने आदेश जारी कर परीक्षा के निरस्त होने की जानकारी दी है। आदेश में यह भी साफ बताया गया है कि इन 24 जनपदों को छोड़कर बाकी जगह पर परीक्षा यथावत आयोजित की जाएगी।
इन जिलों में रद्द की गईं परीक्षाएं
जिन जिलों में परीक्षा रद्द की गई है, उनमें बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर, उन्नाव, जालौन, महोबा, अम्बेडकरनगर और गोरखपुर शामिल हैं। शेष अन्य 51 जिलों में परीक्षा निर्धारित समय पर आयोजित होगी।
पेपर लीक होने पर यूपी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। पेपर लीक कांड की जांच एसटीएफ द्वारा की जाएगी। इसके साथ ही दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।