सीजन-6 की जिस ट्रॉफी के लिए 12 टीमें 3 माह तक प्रयत्न करने वाली हैं, उसे शुक्रवार को चेन्नई में लॉन्च किया गया। इस मौके पर लीग में भाग ले रही 12 टीमों के कप्तान मौजूद थे। चेन्नई में होने वाले उद्घाटन समारोह में बॉलीवुड स्टार श्रुति हसन व टॉलीवुड स्टार विजय सेतुपति परफॉर्म करेंगे।
हरियाणा के मोनू गोयत सबसे महंगे खिलाड़ी
करीब तीन महीने चलेगा। फाइनल मुकाबला अगले वर्ष 5 जनवरी को मुंबई में होगा। इसके प्ले-ऑफ के मुकाबले कोच्चि में खेले जाएंगे। मैचों का सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स के चैनलों पर होगा। प्रो कबड्डी लीग में पहली बार छह ऐसे खिलाड़ी उतरेंगे, जिन्हें एक करोड़ से अधिक का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। मोनू गोयत लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी है। उन्हें हरियाणा स्टीलर्स ने 1.51 करोड़ में खरीदा है।
हर टीम में आधे से ज्यादा नए खिलाड़ी
प्रो कबड्डी लीग की टीमें इस वर्ष बदली-बदली नजर आएंगी। इसकी वजह यह है कि ज्यादातर टीमों ने अपने खिलाड़ियों को रीटेन करने की बजाय इस वर्ष हुई नीलामी में नए खिलाड़ियों पर दांव लगाया। मई में हुई नीलामी से पहले लीग की 12 टीमों में से सिर्फ 9 टीमों ने 21 एलीट खिलाड़ियों को रिटेन किया था। यानी तीन टीमों ने तो अपनी सारी टीम ही बदल दी है। इनमें जयपुर पिंक पैंथर्स की टीम शामिल है। बाकी टीमों में भी बहुत ज्यादा परिवर्तन हैं।
3 बार के चैंपियन पटना की कमान प्रदीप संभालेंगे
लीग में तीन बार की चैंपियन टीम पटना पाइरेट्स की कप्तान प्रदीप नरवाल संभालेंगे। बंगाल वॉरियर्स के कप्तान सुरजीत सिंह, दबंग दिल्ली के कप्तान जोगिंदर सिंह नरवाल, तमिल थलाइवाज के कप्तान अजय ठाकुर, गुजरात फॉर्च्यूनजाएंट्स के कप्तान सुनील कुमार होंगे। हरियाणा स्टीलर्स ने सुरेंद्र नड्डा व जयपुर पिंक पैंथर्स ने अनूप कुमार को कप्तानी सौंपी है। पुनेरी पल्टन के कप्तान गिरीश एर्नाक, तेलुगू टाइटेंस के कप्तान विशाल भारद्वाज, उत्तर प्रदेश योद्धा के कप्तान ऋषांक देवाडिगा होंगे। ये सभी ट्रॉफी की लॉन्चिंग के मौके पर मौजूद थे।
पटना के कप्तान ने कहा- मैं डुबकी लगाता रहूंगा
इस मौके पर पटना पायरेट्स के कप्तान प्रदीप नरवाल ने कहा, ‘मैं डुबकी लगाना कभी नहीं बंद करूंगा। मैंने इस सीजन के लिए डुबकी के अतिरिक्त कई व स्ट्रेटजिक मूव्स की तैयारी की है, जो मुकाबलों के दौरान नजर आएगी। ’ दूसरी ओर तमिल थलाइवाज के कप्तान अजय ठाकुर ने कहा, ‘पिछले सीजन में हमारी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी युवा थे। ऐसे में तुरंत फैसला लेने में कठिन हो रही थी। इस वर्ष हमारी टीम में युवाओं व सीनियर खिलाड़ियों का अच्छा संतुलन है। इस बार मैच के दौरान निर्णय लेने में सरलता होगी। ’
लंबे सीजन में चोट का खतरा कम रहेगा: ऋषांक
उत्तर प्रदेश योद्धा के कप्तान ऋषांक देवाडिगा ने कहा, ‘पहले के सीजन छोटे होते थे। कम अंतराल पर ज्यादा मैच खेलने से चोट का खतरा ज्यादा रहता है। अब मैचों के बीच अंतराल ज्यादा बड़े होंगे। इससे खिलाड़ियों को चोट लगने का खतरा कम हो जाएगा। लंबे फॉर्मेट के कारण खिलाड़ियों को अपनी फिटनेस पर कार्य भी ज्यादा करना पड़ेगा। ’
पटना, जयपुर व मुंबई की टीमें बन चुकी हैं चैंपियन
प्रो कबड्डी लीग का यह छठा संस्करण है। अब तक हुए पांच संस्करणों में से तीन पटना पायरेट्स ने जीते हैं। उसने पहला खिताब जनवरी 2016 में जीता था। इसके बाद जून 2016 व 2017 में भी अपने खिताब बरकरार रखे। सीजन-1 का खिताब 2014 में जयपुर पिंक पैंथर्स ने जीता था। वर्ष 2015 में यू मुंबा चैंपियन बनी थी।