जर्मनी में देकर सभी को चौंका दिया है। चोरों ने बताया जा रहा है कि उन्होंने इस घटना को बुधवार की शाम को अंजाम दिया। इन चोरों ने 1600 किग्रा अंगूर चुराए हैं, जिन्हें राइजलिंग वाइन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना था
जर्मन मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक चोरों ने इस घटना को 27 सितंबर की शाम को अंजाम दिया है। ये सभी चोर अपने साथ अत्याधुनिक मशीन लाए थे, इन्हीं मशीनों के जरिये बड़ी मात्रा में अंगूरों को पेड़ों से तोड़ा जाता है। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि यहां के अंगूरों व अन्य फलों के बाग-बगीचों में इस तरह की हार्वेस्टिंग मशीनों का देखा जाना सामान्य बात है। उस दिन भी यह मशीनें लोगों को दिखीं। लेकिन किसी को संदेह नहीं हुआ व उनका ध्यान चोरी की ओर नहीं गया। उनके मुताबिक चोरों ने यह चोरी शाम चार से छह बजे के बीच की है।
जर्मनी के इस हिस्से में वाइन बनाने के लिए अंगूरों की पैदावार होती है। बुधवार को चोरों ने जिन 1600 किग्रा अंगूरों पर हाथ साफ किया है उनकी मूल्य करीब 8,000 यूरो आंकी गई है।इंडियन मुद्रा में यह मूल्य 6.77 लाख रुपये है। इन अंगूरों से खास तरह की रिजलिंग वाइन बनाई जानी थी। चोर इस बगीचे पर कई दिनों से नजर रखे थे। लेकिन बुधवार को मौका पाकर उन्होंने चोरी को अंजाम दे दिया। स्थानीय लोगों को कहना है कि प्रतिद्वंद्वी वाइन उत्पादक इस घटना को अंजाम दे सकते हैं।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक अंगूर चोरी की यह घटना कोई नयी नहीं है। इससे पहले भी 2017 में चोरों ने बेड दुरखीम जिले के बगीचे से 600-800 किग्रा अंगूर चुराए थे। ऐसी घटनाएं यहां सामने आती रहती हैं। राइनलैंड-पैलाटिनेट नामक यह एरिया जर्मनी के 13 प्रमुख वाइन उत्पादक क्षेत्रों में से एक है। यहां ऐसे 6 एरिया हैं। यहां मौजूद 13,000 वाइनयार्डों से जर्मनी से कुल निर्यात होने वाली वाइन का 90 प्रतिशत उत्पादन होता है।