बर्मिंघम। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बताया कि काउंटी चैंपियनशिप और गेंदबाजी एक्शन में बदलाव की वजह उनके लिए लाभदायक साबित हो रही है। अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 62 रनों पर 4 विकेट लिए। यह उनका इंग्लैंड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनके इस प्रदर्शन की वजह से इंग्लैंड पहले दिन अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ा गया।
इंग्लिश काउंटी में वॉरसेस्टरशायर का प्रतिनिधित्व कर चुके अश्विन ने कहा, जब मैं पिछले वर्ष काउंटी के लिए यहां आया तो मैंने पहला ध्यान गेंद की गति पर दिया। यहां पहले दिन भी परिस्थितियां बहुत धीमी होती है। उछाल तो होती है, लेकिन यदि गति ठीक नहीं हो तो बल्लेबाज के पास शॉट खेलने के लिए पर्याप्त समय होता है। बल्लेबाज एक गेंद को फ्रंट फुट और बैकफुट दोनों जगहों से खेल सकता है।
31 वर्षीय अश्विन ने कहा, मैंने सबसे पहले गेंदबाजी एक्शन पर काम किया। मैंने पिछले 12-18 महीनों में काफी क्लब क्रिकेट भी खेला। मैंने अपने एक्शन को सिंपल किया ताकि मैं गेंद पर ज्यादा शरीर लगा सकूं। मैंने ऐसा इसलिए किया ताकि पिच पर ज्यादा ध्यान नहीं देकर बल्लेबाज को हवा में चकमा दे सकूं।
उन्होंने कहा, मैंने लगातार इस बात पर मेहनत की और बल्लेबाज को हवा में चकमा देना शुरू किया। यह मेरे लिए बहुत लाभदायक साबित हुआ। इसमें एक ही खतरा होता है कि गेंद कई बार शॉर्ट या कई बार फुल लैंथ हो जाती है, इसके चलते मैंने इसका कड़ा अभ्यास किया।