शहर के गोहाना अड्डे पर पेट्रोल पंप के सामने पौने छह लाख का शौचालय बनाने को लेकर शुक्रवार तड़के साढ़े पांच बजे हंगामा हो गया। गोहाना अड्डा के व्यापारी जहां शौचालय बनवाने के लिए ईंट उतार रहे थे, जबकि लाजपत राय फर्नीचर मार्केट के व्यापारियों ने ईंट नहीं उतरने दी। उनका तर्क है कि गोहाना अड्डा के व्यापारी अपने एरिया में शौचालय बनवाएं। उनकी मार्केट में तो पहले से दो शौचालय चल रहे हैं। अब गेंद सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के पाले में हैं, जिन्हाेंने दोनों पक्षों को बातचीत के लिए बुलाया है।
हुआ यूं 2010 में गोहाना अड्डे पर पेट्रोल पंप के सामने शौचालय बना था, जिसे 2016 में एलीवेटेड रोड का निर्माण कार्य शुरू होने के चलते जाम लगने के कारण तोड़ दिया गया। फर्नीचर मार्केट के व्यापारियों का कहना है कि पुराने शौचालय को उनकी शिकायत पर तोड़ा गया, क्योंकि जाम के साथ-साथ यहां असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा लगने लगा था। दूसरा, गोहाना अड्डा के व्यापारियों ने भी इसकी सहमति दी थी। अब नगर निगम गोहाना अड्डा एसोसिएशन की अर्जी पर दोबारा नया शौचालय बना रहा है, इसके लिए पौने छह लाख रुपये का बजट तय किया गया है। शुक्रवार तड़के साढ़े पांच बजे ठेकेदार एआर बंसल ईंटों से भरी ट्रॉली लेकर पहुंचे। साथ में गोहाना अड्डा एसोसिएशन के प्रधान कपिल नागपाल व दूसरे व्यापारी भी थे। उधर से लाजपत राय मार्केट एसोसिएशन के प्रधान देवराज अनेजा, महेश कपूर व पालिका बाजार एसोसिएशन के प्रधान गुलशन निझावन आ गए। बड़ी संख्या में दोनों पक्षों के व्यापारी एकत्रित हो गए।
दोनों थानों की पुलिस पहुंची, तब शांत हुए व्यापारी
मामले की सूचना पाकर ओल्ड सब्जी मंडी व आर्य नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। गोहाना अड्डा के प्रधान कपिल नागपाल जहां ईंट उतारकर काम शुरू कराने पर अड़ गए, जबकि पालिका बाजार के प्रधान गुलशन निझावन विरोध में आ गए। किसी तरह पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत किया और ठेकेदार को हिदायत दी कि मामले का फैसला न होने तक शौचालय न बनाया जाए।
एक 75 कदम, दूसरा 225, फिर तीसरा शौचालय क्यों
बाजार में जहां शौचालय बनाने की तैयारी चल रही है, वहां से एक सार्वजनिक शौचालय फर्नीचर मार्केट में 75 कदम दूरी पर है, जबकि दूसरा सिविल अस्पताल के सामने 225 कदम पर है। अगर किसी व्यक्ति को शौच के लिए जाना है तो वहां जा सकता है। अब तीसरी जगह जहां शौचालय बनाया जा रहा है, वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाएगा। क्योंकि पहले ऐसा ही होता था। दुकानों के बाहर से सामान उठने लगा था। महिलाओं का निकलना दूभर हो गया था। अब समस्या को फिर खड़ा किया जा रहा है। गोहाना अड्डे के दुकानदार अपने एरिया में शौचालय बनवाएं।
गोहाना अड्डा, निरंकारी मार्केट, दिल्ली गेट सहित हर रोज चौक पर आने वाले यात्रियों व राहगीरों के लिए पेट्रोल पंप के सामने इसी जगह 2010 में शौचालय बनाया गया था। ट्रैफिक जाम के चलते तत्कालीन डीसी अतुल कुमार ने कहा था कि इस शौचालय को कम एरिया में बनाया जाएगा। गोहाना अड्डे के व्यापारियों ने भी सहमति दे दी। अगर निगम के माध्यम से शौचालय बनवाया जा रहा है, जिसका अपने निजी स्वार्थ के चलते कुछ व्यापारी नेता विरोध कर रहे हैं। अगर शौचालय नहीं बना तो सैकड़ों दुकानदारों व हजारों लोगों के लिए नाइंसाफी होगी, जिसे बर्दाश्त हीं किया जाएगा।
लाजपत राय मार्केट के अंदर पहले से शौचालय बने हैं। अब तीसरे शौचालय की कोई आवश्यकता नहीं है। कथित व्यापारी नेताओं के कहने पर निगम लाखों रुपये खराब कर रहा है। जबकि निरंकारी मार्केट में पहले से निजी शौचालय है, जबकि दिल्ली गेट के व्यापारियों के लिए भगत सिंह कांप्लेक्स में शौचालय बने हैं। शनिवार सुबह लाजपत राय मार्केट के व्यापारियों के साथ वे सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर से मिलेंगे।