
सिरीसेना न्यूयार्क में श्रीलंकाई समुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तत्कालीन राष्ट्रपति बाहर थे, तत्कालीन प्रधानमंत्री भी बाहर थे। उस समय देश में कोई रक्षा मंत्रालय सचिव और रक्षा कमांडर भी नहीं था। सिरीसेना ने कहा कि लिट्टे के हवाई हमले के डर से देश के सभी वरिष्ठ नेता देश से बाहर थे।
उन्होंने कहा कि तमिल विद्रोही कोलंबो को लक्षय बनाने के लिए चेन्नई या किसी अन्य जंगली क्षेत्र से एक विमान से हमला करने वाले थे। उन्होंने यह भी कहा कि वह उस वक्त कार्यवाहक रक्षा मंत्री थे। अन्य सभी लोग बाहर जा चुके थे क्योंकि उन्हें हवाई हमले का भय था। उन्होंने कहा कि यहां तक कि वह भी कोलंबो में नहीं थे। राजधानी में तमिल टाइगर के हमले के भय से वे कोलंबो से बाहर कई स्थानों पर रहे थे। लिट्टे ने 2007 और 2009 में राजधानी पर हमला किया था।