सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद अब कुछ लोगों को गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में भी हार का डर सता रहा है। इसीलिए वे छात्रसंघ चुनाव टाल रहे हैं। यह चुनाव से पहले ही हार मान लेने का संकेत है। छात्रों से उनका अधिकार छीनना अलोकतांत्रिक है।
अखिलेश ने बुधवार को कहा, प्रदेश की भाजपा सरकार छात्र-नौजवान विरोधी है। विभिन्न विश्वविद्यालयों में छात्र हित के मुद्दे उठाने पर उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, काशी विद्यापीठ, इलाहाबाद विश्वविद्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रों पर मुकदमे दर्ज कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। नई पीढ़ी के साथ भाजपा का यह रवैया शत्रुतापूर्ण है।
उन्होंने कहा, गोरखपुर मुख्यमंत्री का गृह जनपद है। गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में जिस प्रकार अराजकता फैली है, वह कानून व्यवस्था का उपहास है। पूरे प्रदेश में इसी प्रकार जंगलराज व्याप्त है। भाजपा सरकार ने छात्रों-नौजवानों को गुमराह किया है।
अखिलेश ने कहा, रोजगार की दिशा में सरकार शुतुरमुर्गी रवैया अपनाए हुए है। नियुक्ति की मांग करने पर नौजवानों को बेरहमी से पीटा जाता है। युवा पीढ़ी के साथ सरकार का आचरण घोर अन्याय है। प्रदेश में पनप रहा आक्रोश 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को जरूर सबक सिखाएगा।