उत्तराखंड में चंपावत जिले की दूरस्थ सिलाड़ ग्राम पंचायत के उदाली के चाचड़ी तोक निवासी कृष्ण सिंह (58) पुत्र चंद्र सिंह, उनकी पत्नी मनु देवी (50) और कृष्ण की मां पार्वती देवी (85) की लुटेरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपियों ने पति-पत्नी के शव को घास से ढंक दिया। घटना दो से तीन दिन पुरानी बताई जा रही है। इसका खुलासा किसी अन्य मामले में पुलिस पूछताछ के दौरान खुद मुख्य आरोपी ने किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी और उसके साथी को गिरफ्तार कर 302 समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दरांती, फावड़े आदि भी बरामद कर लिए हैं। बताया जा रहा है आरोपी हत्या करने से पहले तीन-चार दिनों से क्षेत्र में दिखाई दे रहे थे और कृष्ण सिंह के घर पर ही रह रहे थे।
हत्यारों ने खुद सुनाई अपनी हैवानियत की कहानी
तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलने पर चंपावत, चल्थी और टनकपुर से पुलिस टीमें घटना स्थल को रवाना हो गई। खुद पुलिस अधीक्षक धीरेंद्र गुंज्याल भी घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपियों ने लूटपाट के दौरान इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। आरोपियों ने पार्वती देवी को दुमंजिले कमरे में जाकर मौत के घाट उतारा। कृष्ण सिंह और उनकी पत्नी मनु देवी की हत्या मकान के पहले तल में की। इसके बाद पति-पत्नी के शवों को घास से ढंक दिया था। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रीतम सिंह (42) निवासी मंच तामली चंपावत, हाल निवास गैड़ाखाली टनकपुर और उसके सहयोगी विशाल सिंह निवासी रायवाला देहरादून को हिरासत में लिया है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की जा रही है।
तिहरे हत्याकांड का खुलासा भी रहस्यमय तरीके से हुआ। टनकपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी प्रीतम सिंह को पूर्व में दर्ज किसी अन्य मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी कि आरोपी ने तीन दिन पहले उदाली चाचड़ी में किए तिहरे हत्याकांड का खुद ही बखान कर दिया। इसके बाद पूछताछ करने वाले पुलिसकर्मी हैरत में पड़ गए। उन्होंने पूर्व की पूछताछ छोड़कर आरोपी की निशानदेही पर शव और दरांती बरामद की।
हत्याकांड का मुख्य आरोपी कई मामलों में वांटेड था। वर्ष 2017 में पूर्णागिरि में रहस्यमय तरीके से लापता हुए रुद्रपुर के युवक संजीव का मोबाइल फोन बेचे जाने को लेकर पुलिस ने उस पर मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई बार हरिद्वार भी गई थी, जहां आरोपी अपनी बहन के साथ रहता था, लेकिन हर बार आरोपी पुलिस को चकमा देता रहा। इस बार आरोपी तीन सितंबर को पुलिस के हत्थे चढ़ा तो उसने तिहरे हत्याकांड का खुलासा किया।
तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी जहां सोने के आभूषण, नकदी आदि अपने साथ ले गए, वहीं चांदी के गहने और अन्य छोटी-छोटी चीजें घटना स्थल पर ही छोड़ गए हैं। कृष्ण सिंह के मामा पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंदन सिंह ने इस बात की पुष्टि की है। तिहरे हत्याकांड में मारे गए कृष्ण सिंह के तीन बच्चे प्रकाश सिंह, भीम सिंह और सचिन गुजरात में काम करते हैं। जिन्हें घटना की सूचना दे दी गई है। कृष्ण सिंह का मकान आबादी से हटकर एकांत में है। इसका फायदा हत्यारोपियों ने उठाया। एकांत में मकान होने के कारण इस दुस्साहसिक हत्याकांड की जानकारी ग्रामीणों को भी नहीं हो पाई। मंगलवार को जब गांव में पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों को तिहरे हत्याकांड की जानकारी हो सकी।