हल्द्वानी का पूनम हत्याकांड पहेली बन गया है। एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। न अर्शा कुछ बता पा रही है और ना ही पुलिस के प्रयास जमीन पर दिख रहे हैं। इस हत्याकांड के दो दिन में खुलासा करने के पुलिस के दावे भी अब तक हवा हवाई हैं। हालांकि, पुलिस को अब आशंका है कि अर्शा कुछ छिपा रही है।पूनम की घायल बेटी अर्शा के बयान पर पुलिस की जांच टिकी है। पुलिस की इशारों में पूछताछ के दौरान अर्शा ने बताया कि उसने ही घटना के दिन दरवाजा खोला था। उसके घर दोस्त आए थे। बयान के आधार पर पुलिस ने नौ लड़कियों और युवकों से पूछताछ की। सिर्फ एक लड़की उससे मिलने के लिए गई थी, लेकिन उसके घटना में शामिल होने से अर्शा ने इनकार कर दिया
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अभी दो लड़कियों से पुलिस की पूछताछ जारी है।पुलिस को कातिलों से संबंधित कोई सबूत नहीं मिला है। पुलिस को आशंका है कि अर्शा कुछ छिपा रही है क्योंकि उसी के बयान पर लड़कियों और युवकों की परेड कराई गई, लेकिन उसने उनकी शिनाख्त करने से इनकार कर दिया। उसके जबड़े की सर्जरी होनी है।
छानबीन में अब तक पुलिस का करीब एक लाख 20 हजार मोबाइल नंबरों की छानबीन का दावा है। करीब 52 संदिग्ध नंबर सर्विलांस पर लगाए गए हैं। खुलासे के लिए पुलिस की 18 टीमें लगाई गईं हैं। इनमें नैनीताल की 15, एसटीएफ की दो और ऊधमसिंह नगर की एसओजी की टीमें शामिल हैं। 72 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। पुलिस अब तक करीब 70 युवक और युवतियों से पूछताछ कर चुकी है। मारपीट का वीडियो वायरल होने पर छात्राओं के बीच दो गुट बन गए थे। एक गुट हमलावरों से बदला लेने के पक्ष में था, लेकिन हमला नहीं कर सके।