आमतौर पर ऐसा समझा जाता है कि व्यायाम करते वक्त पसीना आता है तो वजन कम हो रहा है।जबकि ऐसा नहीं है।दरअसल, व्यायाम करते समय शरीर का तापमान बढ़ जाता है और शरीर में मौजूद गर्मी पसीने के माध्यम से बाहर निकलने लगती है। इससे हल्कापन महसूस होता है।

इस दौरान जब वजन नापा जाता है तो उसमें भी कुछ कमी दिखाई देती है, लेकिन ये अस्थाई होती है। शरीर के सामान्य अवस्था में लौटते ही मशीन दोबारा वहीं पुराना वजन बताने लगती है। व्यायाम के दौरान पसीना आने का मतलब है शरीर से लवण और इलेक्ट्रोलाइट्स का कम होना।
इससे व्यायाम प्रदर्शन में भी अंतर आता है। लेकिन पसीना आने का मतलब वजन घटना कभी नहीं हाेता। यह केवल एक भ्रांति है।