बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार उत्तम कुमार ने हिंदी सिनेमा में भी खूब नाम कमाया। उत्तम कुमार का असली नाम अरुण कुमार चटर्जी था। एक्टिंग के साथ-साथ वो डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर और म्यूजिक कंपोजर भी थे। फिल्मों में आने से पहले उत्तम कुमार कोलकाता कोर्ट में क्लर्क की नौकरी करते थे। यहीं से उन्होंने थियेटर में एक्टिंग करना भी शुरू कर दिया था।

1948 में फिल्म ‘दृष्टिदान’ से डेब्यू करने वाले उत्तम कुमार को शुरुआत में असफलता झेलनी पड़ी थी। 1953 में सुचित्रा सेन के साथ उन्होंने ‘शरेेय छुअत्तर’ की जो कि सुपरहिट रही। इस फिल्म में दोनों की जोड़ी को काफी पसंद किया गया था। इसके बाद हर डायरेक्टर दोनों को अपनी फिल्म में लेना चाहता था। उत्तम कुमार और सुचित्रा सेन की ज्यादातर फिल्में सुपरहिट रही थीं। उस वक्त का ये कपल पहला सुपरहिट कपल माना जाता है।
उत्तम कुमार अपने आखिरी दिनों में सुचित्रा सेन से मिलना चाहते थे। उन्होंने सुचित्रा को मिलने के लिए बुलवाया भी था लेकिन बिजी होने के चलते वो आ नहीं सकीं। बाद में एक इंटरव्यू में सुचित्रा ने कहा भी था कि ‘शायद उत्तम कुमार मुझे आखिरी बार देखना चाहता था लेकिन ऐसा हो नहीं सका।’ 53 साल की उम्र में हार्ट अटैक से उत्तम कुमार की मौत हो गई।
1978 में फिल्म ‘प्रणय प्राश’ के बाद सुचित्रा सेेन ने ग्लैमर की दुनिया से खुद को दूर कर लिया था और पूजा पाठ में खुद को व्यस्त रखने लग गई थीं। सुचित्रा ने खुद को सबसे पूरी तरह अलग कर लिया था। 1980 में उत्तम कुमार की मौत के बाद सुचित्रा सेन उनके यहां पहुंचीं और शव के पास चुपचाप खड़ी होकर देखने लगीं। वह वहां जिस खामोशी के साथ आई थीं वैसे ही वापस चली भी गई थीं।